फ्लैटों का निर्माण न करने वाले बिल्डरों पर अब होगी कार्रवाई
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : निवेशकों से मोटी रकम वसूलकर फ्लैटों का निर्माण न करने वाले बिल्डर
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
निवेशकों से मोटी रकम वसूलकर फ्लैटों का निर्माण न करने वाले बिल्डरों पर अब कार्रवाई होगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ आलोक टंडन ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ बैठक कर बिल्डर प्रोजेक्टों की समीक्षा की। वहीं तीसरे चरण में 43 और बिल्डर प्रोजेक्टों के ऑडिट का काम शुरू हो गया है। बिल्डरों को पंद्रह दिन के अंदर आय-व्यय का समुचित ब्योरा प्राधिकरण को उपलब्ध कराना होगा। निवेशकों से फ्लैटों की बु¨कग के नाम पर कितनी धनराशि वसूली गई। उसमें से प्राधिकरण में जमीन की कीमत के रूप में कितना पैसा जमा किया गया। निर्माण कार्य पर कितना धन खर्च हुआ। अधूरा निर्माण कार्य कब तक पूरा होगा। उसके लिए कहां से धन की व्यवस्था होगी आदि जानकारी देनी होगी। निर्धारित अवधि में जानकारी न देने पर बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई होगी। प्राधिकरण ने 93 बिल्डरों का ऑडिट कराने का फैसला किया था। प्रथम और द्वितीय चरण में 50 बिल्डर प्रोजेक्टों के ऑडिट का काम पूरा हो चुका है। तीसरे चरण में 43 प्रोजेक्टों का ऑडिट होगा। सीईओ ने कहा कि निर्धारित अवधि में ऑडिट का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। वहीं दो दर्जन से अधिक बिल्डर ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक फ्लैटों का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया है। सीईओ ने ऐसे बिल्डरों पर अब सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इन बिल्डरों के भूखंड आवंटन रद कर जमा धनराशि जब्त की जाएगी। सीईओ ने कहा कि निवेशकों को फ्लैट न देने वाले बिल्डरों को अब और राहत नहीं दी जाएगी। प्राधिकरण अब कार्रवाई शुरू करेगा। बाक्स
सुपरटेक के 3372 फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ
जासं, ग्रेटर नोएडा :
सुपरटेक बिल्डर ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में 34 करोड़ रुपये की धनराशि जमा करा दी है। इससे बिल्डर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इकोविलेज एक, दो व तीन प्रोजेक्ट में 3372 फ्लैटों की रजिस्ट्री का रास्ता साफ हो गया है। बिल्डर ने दावा किया कि प्राधिकरण द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद निवेशकों को एक सप्ताह के अंदर फ्लैटों पर कब्जा देकर उनके अपने घर का सपना पूरा कर दिया जाएगा। निवेशक अपने फ्लैटों की रजिस्ट्री कराकर कब्जा ले सकते हैं। अब कोई अवरोध नहीं है। सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने बताया कि अब तक 22 हजार फ्लैटों की डिलीवरी की जा चुकी है। इस वर्ष के अंत तक 17600 फ्लैटों का और कब्जा देने का लक्ष्य रखा गया है।