जांच कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के आदेश
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में पढ़ने वाली खिलाड़ी छात्रा के यौन
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में पढ़ने वाली खिलाड़ी छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में कुलपति ने जांच कमेटी से एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। दागी शिक्षक को छात्रा के सुपरवाइजरी पद से हटा दिया गया है। विवि प्रशासन का दावा है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर दागी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डरी सहमी छात्रा ने विवि आना बंद कर दिया है। वह अपने परिवार के पास दिल्ली चली गई है। जीबीयू में लगातार बढ़ रही उत्पीड़न के मामलों पर अंकुश लगाना और दागी शिक्षकों पर कार्रवाई करना विवि प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। विवि का नाम खराब होने के डर से दागी शिक्षक कार्रवाई से बच जाते हैं। वह इसका फायदा उठाते हैं और फिर किसी अन्य छात्रा को उत्पीड़न का शिकार बनाते हैं।
उल्लेखनीय है कि जीबीयू में पढ़ने वाली एक खिलाड़ी छात्रा ने दागी शिक्षक पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। दागी शिक्षक पहले भी एक शिक्षिका का उत्पीड़न कर चुका है और विवादों में आ चुका है। दागी शिक्षक एके गौतम के खिलाफ ईकोटेक एक कोतवाली में शिक्षिका से उत्पीड़न के मामले की रिपोर्ट भी दर्ज है। आरोप है कि छात्रा अपनी स्टडी रिपोर्ट जमा करने के लिए शिक्षक के केबिन में गई थी। वहां आरोपित शिक्षक ने छात्रा का यौन उत्पीड़न किया। उसके कपड़े पर सेक्सिस्ट टिप्पणी की गई। शिक्षक की टिप्पणी सुनकर छात्रा केबिन में ही बेहोश हो गई थी। छात्रा का आरोप है कि वह पिछले एक साल से प्रताड़ना सह रही थी। उसको डर था कि उसके शिकायत करने पर आरोपित शिक्षक उसका भविष्य खराब कर सकता है। इस वजह से वह चुप रही, लेकिन जब बात हद से आगे बढ़ गई तो उसने आवाज उठाई और मामले की शिकायत कुलपति से की।
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जांच कमेटी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। शिक्षक को सुपरवाइजरी पद से हटा दिया गया है। साक्ष्य के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. प्रभात कुमार, कुलपति जीबीयू व कमिश्नर मेरठ मंडल