पहली बारिश ने खोली प्राधिकरण के दावों की पोल
ग्रेटर नोएडा की सड़कें राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसा कोई मार्ग नहीं जो गड्ढा युक्त न हो। बारिश का मौसम आने से पहले ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण सड़कों में व्याप्त गड्ढों को दुरुस्त करा देता था। ताकि राहगीरों को परेशानी का सामना न करना पड़े। लेकिन पहली बारिश ने ही ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के दावे धुलते नजर आ रहे है। पुरानी सड़कों को गड्ढा मुक्त कराना तो दूर जिन सड़कों का नव निर्माण हुआ है
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की सड़के राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ऐसा कोई मार्ग नहीं जो गड्ढा युक्त न हो। बारिश का मौसम आने से पहले ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण सड़कों में व्याप्त गड्ढों को दुरुस्त करा देता था। ताकि राहगीरों को परेशानी का सामना न करना पड़े। लेकिन पहली बारिश ने ही ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के दावे धुलते नजर आ रहे है। पुरानी सड़कों को गड्ढा मुक्त कराना तो दूर जिन सड़कों का नव निर्माण हुआ है वह भी पहली बारिश में दरकती नजर आ रही हैं। इसका अंदाजा ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के समीप नव निर्मित सड़क के बीचों-बीच बने गहरे गड्ढों को देखकर लगाया जा सकता है। दरअसल ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने कुछ दिनों पहले ही अपने कार्यालय के समीप 130 मीटर रोड को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग का नव निर्माण कराया था। लेकिन कार्यालय के समीप मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क का बड़ा हिस्सा पहली बारिश में ही धंस गया है। जिससे लोगों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है। सड़क निर्माण में पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई है। सड़क पर जलभराव होने से किसी भी समय बड़ा हादसा घटित हो सकता है।