गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर किसानों ने लगाया जाम
गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि की मांग को लेकर भाकियू के तत्वावधान में किसानों ने बुधवार को जेवर के मुख्य चौराहे पर तीन घंटे तक जाम लगाया। तीन घंटे देर से पहुंची एसडीम गुंजा सिंह ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस टीम ने वाहन चालकों को अलग-अलग रास्ते से निकालकर यातयात व्यवस्था दुरुस्त कराई।
संस, जेवर : गन्ने के समर्थन मूल्य में वृद्धि की मांग को लेकर भाकियू के तत्वावधान में किसानों ने बुधवार को जेवर के मुख्य चौराहे पर तीन घंटे तक जाम लगाया। तीन घंटे देर से पहुंची एसडीएम गुंजा सिंह ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस टीम ने वाहन चालकों को अलग-अलग रास्ते से निकालकर यातायात व्यवस्था दुरुस्त कराई।
भाकियू टिकैत के राष्ट्रीय सचिव महेंद्र सिंह चौरोली के नेतृत्व में सैकड़ों किसान बुधवार को जेवर कोतवाली पहुंचे। उसके बाद पैदल मार्च निकालते हुए जेवर के मुख्य चौराहे पर पहुंचे और गन्ना जलाते हुए जाम लगा दिया। इसके चलते अलीगढ़-खुर्जा व बुलंदशहर मार्ग पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। सुबह ग्यारह बजे से करीब दो बजे तक मुख्य चौराहे पर लगे जाम की वजह से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसानों ने मुख्य चौराहे पर पलवल, अलीगढ़, खुर्जा, सिकंद्राबाद व बुलंदशहर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया। इस कारण वाहन चालकों व स्कूली वाहनों को जाम से जूझना पड़ा। बाद में पुलिस ने वैकल्पिक मार्गों से वाहन चालकों व स्कूली बसों को गंतव्य तक पहुंचाया। किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्ष से गन्ने के समर्थन मूल्य में कोई बढ़ोतरी नहीं गई। इस बीच गन्ने की लागत में बीस से 50 फीसद तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। इस कारण किसानों को गन्ने के उत्पादन में घाटे का सामना करना पड़ रहा है। करीब तीन घंटे बाद दोपहर दो बजे उपजिलाधिकारी गुंजा सिंह ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया तो किसान शांत हुए। किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा जिसमें गन्ने का समर्थन मूल्य 450 रुपये प्रति क्विटल करने, गन्ने का बकाया भुगतान तुरंत करने संबंधी मांगे शामिल हैं। इस मौके पर अनित कसाना, पवन खटाना, राकेश चौधरी, सुनील प्रधान, विजय चौधरी, सुरेंद्र, भोले शंकर, प्रविद्र अवाना, हरेंद्र चौधरी, संजय भारद्वाज, राजे, सुंदर, केशव शर्मा, योगेंद्र, सुभाष, धर्मवीर आदि शामिल रहे।