चौकी के पास चल रही थी फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी, गुजरात पुलिस ने सात को दबोचा
सेक्टर 27 में अट्टा पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर स्थित हौज कॉम्लेक्स में कई महीने से स्मार्ट करियर सैल्यूसन नाम से फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चल रही थी, लेकिन इस बात की भनक पुलिस को नहीं थी। जबकि यहां बैठ कर आरोपित गुजरात के बेरोजगार युवाओं से एयर लाइंस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे। कुछ पीड़ितों की शिकायत पर गुजरात साइबर सेल पुलिस ने शनिवार सुबह एजेंसी के सात कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में 6 युवतियां हैं, जो पीड़ितों को कॉल करके अपनी जाल में फांस कर पैसे ऐंठ लेती थीं। गुजरात पुलिस ने आरोपितों को सेक्टर 20 कोतवाली में दाखिल करने के बाद कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेकर चली गई। पुलिस का कहना है कि आरोपित सैकड़ों युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर 27 में अट्टा पुलिस चौकी से कुछ दूरी पर स्थित हौज कॉम्प्लेक्स में कई महीने से स्मार्ट करियर सैल्यूसन नाम से फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चल रही थी, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। यहां बैठकर आरोपित गुजरात के बेरोजगार युवाओं से एयर लाइंस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे। कुछ पीड़ितों की शिकायत पर गुजरात साइबर सेल पुलिस ने शनिवार सुबह एजेंसी के सात कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। इनमें छह युवतियां हैं। गुजरात पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया और ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेकर चली गई।
अहमदाबाद, गुजरात के रहने वाले विशाल मखीजा बीकॉम की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश कर रहे थे। उन्होंने जुलाई में नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। 23 जुलाई को स्मार्ट करियर सैल्यूसन प्लेसमेंट एजेंसी से एक युवती ने कॉल करके दो महीने के अंदर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद विशाल ने अपना और अपने एक दोस्त का शैक्षिक दस्तावेज एजेंसी को मेल कर दिए। गुजरात पुलिस का कहना है कि विशाल व उसके दोस्त का फोन पर ही चार युवतियों ने साक्षात्कार लिया। उन्होंने अपना कार्यालय सेक्टर 18 स्थित में बताया और नियुक्ति पत्र के बदले एक लाख रुपये की मांग की। साथ ही नौकरी न मिलने पर पूरे पैसे लौटाने का दावा किया। उन पर भरोसा करके दोनों ने उनके खाते में 60-60 हजार रुपये जमा कर दिए। इसके बाद आरोपितों ने ऑनलाइन टेस्ट लिया, जिसमें दोनों को फेल कर दिया। टेस्ट में पास कराने के लिए अलग से रुपये मांगने पर उन्हें ठगी की जानकारी हुई। इसके बाद विशाल ने अहमदाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
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वॉयस रिकॉर्डिंग के मिलान से पकड़े गए आरोपित
अहमदाबाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके जांच साइबर सेल को दे दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने फर्जी आइडी से मोबाइल सिम खरीदा था, जो बंद था। लिहाजा, उन्हें पकड़ना थोड़ा मुश्किल काम था। आरोपित नंबर बदल कर ठगी कर रहे थे। वहीं, जांच में कुछ पीड़ितों ने आरोपितों से हुई बात की वॉयस रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई। आरोपितों से पुलिस ने बात की और रिकॉर्डिंग मिलाने पर आवाज का मिलान हो गया। इसके बाद अहमदाबाद से पुलिस ने सेक्टर 20 कोतवाली पहुंच कर सहयोग मांगा। सेक्टर 20 कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज पंत ने बताया कि गुजरात पुलिस के साथ प्लेसमेंट एजेंसी पर छापा मारा गया। यहां काम कर रहे आरोपित साक्षी निवासी बसंत कुंज टैगोर गार्डन पश्चिमी दिल्ली, पूजा साहू निवासी सुभाष पार्क दिल्ली, सोनाक्षी निवासी मयूर विहार दिल्ली, प्रतिभा कनॉट प्लेस दिल्ली, भावना सेक्टर-31 नोएडा, रवीना ¨सह निवासी निठारी सेक्टर-31 नोएडा और आशीष कुमार निवासी गणेश नगर नई दिल्ली को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।