एलईडी एक्सपो में देशी-विदेशी कंपनियों ने पेश किए नए वर्जन
इंडिया एक्सपो मार्ट में एलईडी एक्सपो के 21 संस्करण का शुभारंभ हुआ। एक्सपो में देश विदेश के 300 निर्यातक हिस्सा ले रहे हैं। निर्यातकों के द्वारा एलईडी के नए-नए वर्जन पेश की जा रहे हैं। जो आकर्षक किफायती होने के साथ ही सस्ते भी हैं। नए उत्पाद में कंपनियां लोगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है। । एक्स्पो का उदघाटन
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :
इंडिया एक्सपो मार्ट में गुरुवार को एलईडी एक्सपो के 21वें संस्करण का आगाज हुआ। एक्सपो में देश विदेश के 300 निर्यातक हिस्सा ले रहे हैं। निर्यातकों के द्वारा एलईडी के नए डिजाइन पेश किए जा रहे हैं। जो आकर्षक, किफायती होने के साथ ही सस्ते भी हैं। एक्सपो का उद्घाटन सूचना प्रौद्योगिक मंत्रालय के निदेशक एसके मारवाह ने किया।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण को लेकर लोगों में जागरूकता आ रही है। जिसका परिणाम है कि जहां एक तरफ कंपनियां एलईडी के सस्ते उत्पाद बाजार में उतार रहीं हैं। कम ऊर्जा खपत के कारण घर-घर में एलईडी का उपयोग बढ़ता जा रहा है। 2019 में भारत में एलईडी का उत्पादन 2,100 करोड़ से बढ़कर 13,000 करोड़ हो गया है। मेक इन इंडिया के तहत एलईडी लाइट्स का उत्पादन किया जा रहा है। एक्सपो में चीन, हांगकांग, ताइवान, फिनलैंड, इटली, जापान, कोरिया सहित अन्य देशों की कंपनियां हिस्सा ले रहीं हैं। एक्सपो में हिस्सा लेने वाली कंपनियों की ओर से पेश किए गए फीचर में गुणवत्ता के साथ ही सुंदरता पर भी ध्यान दिया है। कंपनियों ने एलईडी लाइट्स को विभिन्न रंगों में पेश किया है। जिसे मोबाइल से भी संचालित किया जा सकता है। लाइट्स के रंग को भी अपनी पसंद के अनुरूप परिवर्तित किया जा सकता है। सेंसर डस्टबिन आ रही पसंद : एक्सपो में कई कंपनियों ने सेंसरयुक्त डस्टबिन पेश की हैं। डस्टबिन में लगा सेंसर यह सूचना देगा कि डस्टबिन भर गई है और जल्द ही इसे खाली किया जाए। पेश की गई एक अन्य डस्टबिन में क्रसर सेंसर लगाया गया है। जिसकी खासियत है जैसे ही डस्टबिन में कूड़ा एक निर्धारित स्थान तक आएगा क्रसर उसे नीचे की तरफ दबा देगा। उसमें और कूड़ा भरा जा सकेगा।
सूर्य की रोशनी के अनुरूप बदलेगा रंग : इसीलक्स कंपनी ने जर्मनी द्वारा निर्मित ह्यूम सनड्रिक लाइट्स पेश की है। इस लाइट्स का प्रयोग प्रमुख रूप से कार्यालय, अस्पताल व स्कूल में होगा। सेंसरयुक्त लाइट की खासियत है कि सूर्य की चमक के अनुरूप इसका रंग बदलता रहेगा। साथ ही कंट्रोलर से इसे अपनी पसंद के अनुरूप कंट्रोल भी किया जा सकता है। दूसरी लाइट्स के मुकाबले यह लगभग 44 फीसद ऊर्जा की बचत भी करती है।