नियोजकों को जुटाने में फिसड्डी साबित हो रहा रोजगार विभाग
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : न सिर्फ प्रदेश बल्कि पूरे देश में गौतमबुद्ध नगर जिले की पहचान औद्योग
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : न सिर्फ प्रदेश बल्कि पूरे देश में गौतमबुद्ध नगर जिले की पहचान औद्योगिक हब के रूप में है, लेकिन बेरोजगारी के मामले में जिला अव्वल है। इसके लिए काफी हद तक रोजगार विभाग को भी जिम्मेदार माना जाता है, क्योंकि युवाओं व नियोजकों के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए ही उक्त विभाग को बनाया गया है, लेकिन इसकी कार्यशैली पर हमेशा से ही सवाल उठते रहे हैं। नियोजकों को जुटाने के लिए रोजगार विभाग की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इसका परिणाम यह है कि विभाग की साइट पर ऑनलाइन पंजीकरण तो बढ़ता जा रहा है, लेकिन युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। रोजगार विभाग से प्राप्त आंकड़े खुद ही इसकी गवाही दे रहे हैं। रोजगार विभाग की वेबसाइट पर अब तक साढ़े छह हजार से ज्यादा युवाओं ने पंजीकरण कर रखा है, जबकि अब तक 100 युवाओं को भी रोजगार नहीं मिल सका है। इतना ही नहीं पिछले वर्ष रोजगार विभाग 1000 युवाओं को भी रोजगार नहीं दिला सका था। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष मात्र 979 युवाओं को रोजगार मिला था। नहीं की जाती करियर काउंस¨लग : सेवायोजन विभाग की तरफ से बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार संबंधी जानकारियां व प्रशिक्षण की जानकारी दिए जाने के उद्देश्य से समय-समय पर करियर काउंस¨लग शिविर लगाने की भी घोषणा की गई है, लेकिन रोजगार विभाग की तरफ से नियमित रूप से करियर काउंस¨लग शिविर का आयोजन नहीं किया जाता है। विभाग के मुताबिक प्रत्येक माह दो करियर काउंस¨लग शिविर का आयोजन करना आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी करियर काउंस¨लग शिविर का आयोजन किया जाता है। जिसके तहत युवाओं की शैक्षिक उपलब्धियों रुचि-अभिरुचि, पारिवारिक और आर्थिक पृष्ठभूमि के आधार पर व्यावसायिक मार्गदर्शन और सुझाव दिए जाते है। इसको लेकर जिला सेवायोजन विभाग की कार्यशैली बेहद लचर है। समय-समय पर करियर काउंस¨लग शिविर का आयोजन किया जाता है। इसमें और भी तेजी जाई जाएगी। रिक्तियों के सापेक्ष आवेदन न करने से युवाओं को थोड़ी समस्या होती है।
- पद्मवीर कृष्ण, जिला रोजगार अधिकारी