आठ फर्जी कॉल सेंटरों पर छापा, आठ गिरफ्तार
शहर में अवैध कॉल सेंटरों का मकड़जाल फैला हुआ है, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है। एसएसपी द्वारा गठित विशेष टीमों ने शहर के अलग-अलग चार कोतवाली क्षेत्रों में चल रहे आठ फर्जी कॉल सेंटरों पर छापेमारी कर दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। खास बात यह है कि मंगलवार देर रात शुरू हुई छापेमारी बुधवार देर शाम तक चलती रही, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इसी कार्रवाई के दौरान बेरोजगारों को नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने वाले सेक्टर-63 स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी के दौरान आठ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इस कॉल सेंटर से पुलिस ने एक लैपटॉप, 7 कंप्यूटर, 1
जागरण संवाददाता, नोएडा : शहर के अलग-अलग चार कोतवाली क्षेत्रों में चल रहे आठ फर्जी कॉल सेंटरों पर एसएसपी की ओर से गठित विशेष टीमों ने छापेमारी कर दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। मंगलवार देर रात से लेकर बुधवार देर शाम तक यह कार्रवाई चलती रही, लेकिन स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस दौरान बेरोजगारों को नौकरी देने का झांसा देकर ठगी करने वाले सेक्टर-63 स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर पर आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यहां से पुलिस ने एक लैपटॉप, सात कंप्यूटर, 18 मोबाइल और 15 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं। कोतवाली फेस तीन में एफआइआर दर्ज की गई है।
क्षेत्राधिकारी द्वितीय राजीव कुमार ¨सह ने बताया कि डी-77 सेक्टर-63 में विंटेक जॉब्स डॉट कॉम नाम से फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। छापेमारी में यहां से संतोष गुप्ता, मोहन कुमार व परितोष कुमार निवासी सेक्टर 22, जितेंद्र कुमार निवासी सेक्टर 42, विक्टर ग्रीन निवासी सेक्टर-145, हिमांशु निवासी सेक्टर 58, आशीष जावला निवासी खोड़ा और जस¨वदर निवासी विनोद नगर, दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है। संतोष कुमार कॉल सेंटर का मालिक है। वह पहले जॉब पोर्टल पर काम कर चुका है। वहीं से उसे फर्जी कॉल सेंटर चलाने का आइडिया आया और मई 2018 में उसने सेक्टर 63 में फर्जी कॉल सेंटर खोलकर लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने लगा। वह एक नामी वेबसाइट से बेरोजगारों के मोबाइल नंबर प्राप्त करता था और नामी कंपनियों में अच्छे वेतन दिलाने का लालच देकर उनसे पंजीकरण, वेरीफिकेशन, इंटरव्यू और ऑफर लेटर के नाम पर 18 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक अपने खाते में ट्रांसफर करा लेते थे। एसपी सिटी सुधा ¨सह ने बताया कि आठ से दस टीमों ने कोतवाली सेक्टर 20 में तीन, सेक्टर 58 में दो और फेस तीन कोतवाली क्षेत्र में एक और एक्सप्रेस वे कोतवाली क्षेत्र में एक फर्जी सेटर पर छापा मारा। बाहरी राज्यों के लोगों को बनाते थे निशाना
सेक्टर-63 स्थित फर्जी कॉल सेंटर से महाराष्ट्र, उड़ीसा, मध्यप्रदेश बिहार, झारखंड समेत दूर के राज्यों के बेरोजगारों को निशाना बनाया जा रहा था। प्रोफेशनल कोर्स कर नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगार युवक आसानी से इनकी जाल में फंस जाते थे। पूछताछ में पता लगा है कि इन लोगों को निशाना बनाने का मकसद था कि रकम कम होने से पीड़ित यहां तक शिकायत के लिए आसानी से नहीं पहुंचेंगे।