कंपनी में ठेकेदारी बनी दोहरे हत्याकांड की वजह, कोतवाली प्रभारी के खिलाफ भड़के ग्रामीण
काश व गजेंद्र की हत्या के अलावा तीन अन्य जीतू सुनील व राहुल घायल हो गए थे। जीतू की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसका उपचार अस्पताल में चल रहा है। --- मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा। रणविजय सिंह एसपी देहात
संवाद सहयोगी, रबूपुरा : रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र के गांव रामपुर बांगर में रंजिश के चलते दो सगे भाइयों की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शनिवार सुबह दोनों का शव गांव पहुंचा। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोतवाली प्रभारी को हटाने की मांग एसपी देहात से की। एसपी देहात रणविजय सिंह के काफी समझाने के बाद ग्रामीण माने और लगभग तीन घंटे के बाद अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए। गांव में तनाव देखते हुए दस थानों की पुलिस व पीएसी मौके पर बुलाई गई।
पुलिस जांच में पता चला है कि कंपनी में ठेकेदारी को लेकर दो पक्षों में रंजिश पनपी। इसके बाद एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के दो भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी। स्वजन का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के चलते हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। 24 अक्टूबर की शाम को भी आकाश पर आरोपितों ने रबूपुरा स्थित जिम से गांव रामपुर बांगर लौटते समय हमला किया था। उस समय भी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी। मामले में दोनों भाइयों के पिता गिर्राज सिंह की शिकायत पर गांव के ही मूला, सुंदर, भूपन, नरेंद्र, सतीश, राकेष, धर्मेंद्र व किरनपाल के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, फोरेंसिक टीम के प्रभारी नेपाल सिंह ने बताया कि गांव में पांच अलग-अलग जगह से नमूने लिए है और जांच के लिए आगरा की प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। आकाश की कार पर 86 गोली के निशान मिले है। इससे आशंका है कि हमलावरों ने करीब 100 राउंड फायरिग की है। इसी वजह से पीड़ितों को भागने का मौका नहीं मिला।
ठेकेदारी से पनपी रंजिश : ग्रामीणों ने बाताया कि गांव के समीप ही एक नामी कंपनी आवासीय फ्लैट बना रही है। कंपनी में ठेकेदारी को लेकर कुछ समय पहले दोनों पक्ष आमने-सामने आए थे। दोनों पक्षों में टकराव भी हुआ था और मामला कोतवाली तक भी पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने किसी भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया। रास्ता बदलने के बाद भी नहीं बची जान : पुलिस जांच में पता चला है शुक्रवार सुबह भी दोनो पक्षों में मारपीट हुई थी। इसके बाद शुक्रवार रात करीब आठ बजे दो सगे भाईयों आकाश व गजेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों गांव अपने घर लौट रहे थे। जब दोनों रास्ते में थे तो परिवार के सदस्यों ने दोनों को फोन किया था और कहा था कि आज मुख्य सड़क से मत आना। इसके बाद दोनों भाई दूसरे रास्ते से आ रहे थे। इसके बाद भी हमलावरों को इसकी जानकारी हो गई और हत्या को अंजाम दे दिया।
तीन अभी भी घायल : हमले में तीन अन्य जीतू, सुनील व राहुल घायल हो गए थे। जीतू की हालत गंभीर बताई जा रही है। मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
रणविजय सिंह, एसपी देहात