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शादी में दबदबा दिखाने के लिए लूटे थे आधा दर्जन हथियार

प्रवीण विक्रम ¨सह, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के नवंबर 2017 के महीने में ताबड़तोड़ आधा दर्जन हथियार ल

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 12:27 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 12:27 AM (IST)
शादी में दबदबा दिखाने के लिए लूटे थे आधा दर्जन हथियार
शादी में दबदबा दिखाने के लिए लूटे थे आधा दर्जन हथियार

प्रवीण विक्रम ¨सह, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के नवंबर 2017 के महीने में ताबड़तोड़ आधा दर्जन हथियार लूट की घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। कासना, सूरजपुर, ईकोटेक एक व बिसरख कोतवाली क्षेत्र में हुई बंदूक व रायफल लूट की घटनाओं ने एक कोतवाली प्रभारी का विकेट भी गिराया था। उक्त कोतवाली प्रभारी को जिले से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। आठ महीने बाद तक जिला पुलिस खाक ही छानती रही और गाजियाबाद पुलिस ने रविवार को हथियार लूटने वाले बदमाशों को दबोच कर ग्रेटर नोएडा से लूटे गए पांच हथियार बरामद कर लिए हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि गैंग के एक सदस्य की दिसंबर में शादी हुई है। शादी में दबदबा दिखाने व हर्ष फाय¨रग कर लोगों में दहशत पैदा करने के मकसद से शादी से ठीक एक महीने पहले नवंबर के महीने में ताबड़तोड़ आधा दर्जन हथियार लूटे गए थे।

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उल्लेखनीय है कि बदमाशों ने बीते साल नवंबर 2017 में कासना कोतवाली क्षेत्र में तीन सुरक्षागार्ड से तीन बंदूक, सूरजपुर में सुरक्षागार्ड से रायफल, ईकोटेक एक व बिसरख कोतवाली क्षेत्र में दो सुरक्षागार्ड से दो बंदूक लूट ली थी। लूटपाट करने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस की कई टीम का गठन हुआ, लेकिन कामयाबी किसी के हाथ नहीं लगी। इस साल मार्च के महीने में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ युवक हथियार लहराते हुए दिख रहे थे। पुलिस ने दावा किया था कि वीडियो में जो हथियार है वो नवंबर महीने में लूटे गए थे। लेकिन यह दावा झूठ साबित हुआ।

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सिपाही से लूटी गई पिस्टल नहीं हुई बरामद

डेढ़ साल पहले बदमाशों ने बिसरख कोतवाली क्षेत्र में यूपी पुलिस के सिपाही से मारपीट कर उसकी सरकारी पिस्टल लूट ली थी। लूट करने वाले बदमाशों तक पुलिस आज तक नहीं पहुंच पाई है। जांच अधिकारी कई बार बदले लेकिन कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी।

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सुर्खियों में रह चुका है डीके गैंग

ग्रेटर नोएडा के एक गांव का रहने वाला धर्मेंद्र कुमार उर्फ डीके बेहद कम उम्र में गिरोह का सरगना बन बैठा है। डीके गैंग को 28 अक्टूबर 2016 को कासना पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी। तत्कालीन कोतवाली प्रभारी सुधीर त्यागी की टीम की गोली गिरोह के सरगना अमरीश के लगी थी। उपचार के दौरान अमरीश की मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद से धर्मेंद्र उर्फ डीके गैंग का सरगना बन गया है।


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