पीड़ितों की पीड़ा सुनने तेजी से पहुंचती है पुलिस
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मोहम्मद बिलाल, नोएडा:
औद्योगिक नगरी में अपराधियों पर शिकंजा कसने व पीड़ितों की मदद के लिए डायल-112 पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) सेवा शुरू की गई है। कोरोना काल में पीड़ितों को इस सेवा का न सिर्फ बेहतर लाभ मिला। बल्कि अफसरों की सजगता से लगातार चौथे माह अप्रैल से जुलाई में प्रदेश में पांचवां स्थान मिला। जुलाई में जिले की पीआरवी को तीसरा स्थान हासिल हुआ है। जुलाई की शीर्ष रैं¨कग में
मुजफ्फरनगर की पीआरवी 8:10 मिनट के साथ पहले, रायबरेली की पीआरवी 8:14 मिनट के साथ दूसरे, गौतमबुद्धनगर की पीआरवी 8:42 मिनट के साथ तीसरे, हापुड़ की पीआरवी 8:45 मिनट के साथ चौथे व वहीं मेरठ की पीआरवी 9:02 मिनट रिस्पांस टाइम के साथ पांचवें स्थान पर रही है। इससे पूर्व जून में मुजफ्फरनगर की पीआरवी पहले, रायबरेली की दूसरे, हापुड़ की तीसरे, गौतमबुद्धनगर की चौथे व मेरठ की पीआरवी पांचवें स्थान पर रही थी। जहां जुलाई में मुजफ्फरनगर शहर में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 6:43 मिनट, रायबरेली शहर में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 8:22 मिनट, गौतमबुद्धनगर शहर में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 7:23 मिनट, हापुड़ शहर में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 7:50 मिनट तो वहीं मेरठ शहर में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 8:13 मिनट का रहा। वहीं मुजफ्फरनगर ग्रामीण क्षेत्र में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 8:39 मिनट, रायबरेली ग्रामीण क्षेत्र पीआरवी का रिस्पांस टाइम 8:13 मिनट, गौतमबुद्धनगर ग्रामीण क्षेत्र में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 9:19 मिनट, हापुड़ ग्रामीण क्षेत्र में पीआरवी का रिस्पांस टाइम 9:11 मिनट तो वहीं मेरठ ग्रामीण क्षेत्र में पीआरवी का रिस्पॉस टाइम 9:58 मिनट का रहा। गौरतलब है कि जिले में वर्तमान में डायल-112 की 65 चार पहिया व 46 दो पहिया वाहन हैं। प्रतिदिन 112 डायल सेवा के लिए 450-500 कॉल पहुंचती है। इस घटना में रहा पहला स्थान जिले की पीआरवी डायल-112 लगातार चौथे माह शीर्ष पांच में शामिल रही है। आगे भी रिस्पांस टाइम आठ मिनट से भी कम रखने व पीड़ितों की मदद करने पर काम किया जाएगा।
-राजेश एस, नोडल अधिकारी-112 डायल