मास्टर प्लान पर सुझाव में देरी, बढ़ा रही बेचैनी
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर नागर विमानन म
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मास्टर प्लान पर नागर विमानन मंत्रालय से सुझाव मिलने में विलंब हो रहा है। नोएडा इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड (नियाल) को यह सुझाव दो जनवरी तक मिलने की संभावना थी, लेकिन इसमें एक सप्ताह विलंब हो चुका है। मास्टर प्लान में देरी का असर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू करने पर पड़ेगा। इससे नियाल अधिकारियों की बेचैनी बढ़ रही है।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने पांच दिसंबर को मास्टर प्लान नियाल को सौंपा था। नियाल ने इसे तकनीकी परीक्षण एवं सुझाव के लिए नागर विमानन मंत्रालय को भेज दिया। संभावना जताई जा रही थी कि एक या दो जनवरी में इस पर सुझाव मिल जाएंगे। पिछले दिनों नोएडा एयरपोर्ट की प्रगति की समीक्षा करने ग्रेटर नोएडा पहुंचे नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने भी दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मिलकर मास्टर प्लान पर जल्द सुझाव दिलाने का आग्रह किया था। इसके बावजूद विलंब हो रहा है।
केंद्र से मिले सुझावों के अनुरूप मास्टर प्लान में बदलाव की जरूरत होगी। इसके बाद ही मास्टर प्लान को स्वीकार करने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। नियाल अधिकारियों का कहना है कि मास्टर प्लान पर सुझाव जल्द मिल जाएंगे। वह मंत्रालय के अधिकारियों के संपर्क में हैं।
नोएडा एयरपोर्ट से 2023-24 में यात्री सेवाएं शुरू करने का लक्ष्य है। इसलिए एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू करने की चुनौती है। एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत जमीन बसे लोगों का पुनर्वास करने के लिए जेवर बांगर में विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। ताकि एयरपोर्ट के निर्माण में किसी तरह की बाधा न आए। उल्लेखनीय है कि एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिग के डिजायन को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले की हरीझंडी दे चुके हैं।