जीवनशैली में परिवर्तन कर उच्च रक्तचाप से बचें
जासं ग्रेटर नोएडा उच्च रक्तचाप सेहत से संबंधित कई तरह की समस्याओं जैसे हृदय रोग स्ट्रोक थायराइड को जन्म देता है।
जासं, ग्रेटर नोएडा : उच्च रक्तचाप सेहत से संबंधित कई तरह की समस्याओं जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक, थायराइड को जन्म देता है। यह एक साइलेंट किलर बीमारी है जो कि लोगों के लिए घातक बन जाती है। समय पर निदान और जांच न मिलने से यह दिल, किडनी, मस्तिष्क आदि के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ये बातें विश्व हाइपरटेंशन दिवस पर शारदा अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डा. भूमेश त्यागी ने कही।
उन्होंने बताया कि जीवनशैली और आहार में बदलाव करके रक्तचाप को नियंत्रित की जा सकती है। जिन लोगों में रक्तचाप अक्सर बढ़ा रहता है या फिर जिन्हें इसका खतरा अधिक होता है उन्हें आहार में सोडियम की मात्रा को कम रखना चाहिए। सोडियम का अधिक सेवन रक्तचाप को बढ़ा सकता है। इसके अलावा पारिवारिक इतिहास, जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी, मोटापा और शराब-धूमपान भी मुख्य रूप से इसका एक कारण है।
कोरोना के बाद बढ़ी उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या
कोरोना महामारी के बाद उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या 10-15 प्रतिशत बढ़ी है। इसमें से ज्यादातर युवा और मध्यम वर्ग के लोग भी हैं। इसका मुख्य कारण वर्क फ्राम होम, मानसिक तनाव, योग न करना, नींद न लेना आदि है। यदि तेज सिरदर्द, नाक से खून बहना, थकान या भ्रम होना, आंखों से संबंधित समस्या, सीने में दर्द होना, सांस लेने में दिक्कत ऐसी समस्या दिखे तो तुरंत रक्तचाप की जांच कराएं। बिना डाक्टर की सलाह के दवाई न लें। संतुलित आहार का सेवन करें और सामान्य रक्तचाप 120/80 मिमी एचजी रख कर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।