एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे रोकने के लिए तेज रफ्तार वाहनों पर लगे अंकुश: एडीजी ट्रैफिक
जागरण संवाददाता नोएडा नोएडा-ग्रेटर व यमुना एक्सप्रेस-वे पर होने वाले सड़क हादसे को र
जागरण संवाददाता, नोएडा :
नोएडा-ग्रेटर व यमुना एक्सप्रेस-वे पर होने वाले सड़क हादसे को रोकने के लिए यातायात पुलिस तेज गति से वाहन चलाने वालों पर अंकुश लगाए। शहर में होने वाले सड़क हादसे को रोकने के लिए संबंधित विभाग के साथ मिलकर प्रयास किए जाएं। यह बातें सोमवार को नोएडा पहुंचे एडीजी ट्रैफिक अशोक कुमार सिंह ने यातायात कार्यालय में पुलिस व संबंधित विभागों के साथ सड़क सुरक्षा की बैठक में कही।
उन्होंने निर्देश दिए हैं कि एक्सप्रेस-वे पर तेज गति वाले सभी वाहनों के चालान किए जाएं। प्रतिदिन एक पुलिस अधिकारी की ड्यूटी टोल प्लाजा पर लगाई जाए। एक्सप्रेस-वे पर तेज गति के कारण सड़क हादसे होते हैं, इसलिए वाहन गति को नियंत्रण में रखना जरूरी है। एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन के पास ढाबे खुल गए हैं। यहां खाना खाने के लिए चालक ट्रकों, बसों को एक्सप्रेस वे पर ही खड़ा कर देते हैं। कई बार यह हादसों का कारण बन चुके हैं। इसलिए ऐसे सभी ढाबे बंद कराए जाएं। रात में एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार पर अंकुश और सुरक्षा की दृष्टि से रक्षक दल के साथ गश्त की जाए। एक्सप्रेस-वे पर बस रोककर सवारी बैठाने पर प्रतिबंध लगाया जाए।
शहर में होने वाले सड़क हादसे को रोकने के लिए गलत दिशा में वाहन चलाने, शराब पीकर वाहन चलाने व बिना हेलमेट व बिना सीट बेल्ट वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने ई-चालान की भी समीक्षा की। बैठक में एडीजी ने यातायात पुलिस द्वारा एक्सप्रेस-वे पर बाइकर्स के रेस लगाने पर प्रतिबंध को सराहा। बैठक के बाद एडीजी ट्रैफिक ने सेक्टर-94 स्थित यातायात विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर व जेवर स्थित यमुना प्राधिकरण के कमांड सेंटर का निरीक्षण किया।
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ब्लैक स्पॉट का नए सिरे से ऑडिट: एडीजी ट्रैफिक ने जिले के ब्लैक स्पॉट की भी समीक्षा की। डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने अवगत कराया कि 33 ऐसे स्थान हैं, जहां सबसे अधिक दुर्घटनाएं होतीं हैं। इसपर एडीजी ने ब्लैक स्पॉट को नए सिरे से ऑडिट करने के निर्देश दिए। सड़क निर्माण में जुटे संस्थानों के अधिकारियों को रोड इंजीनियरिग में सुधार को कहा। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी एडीजी ट्रैफिक को अवगत कराया कि ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए कुछ स्थानों पर सुधार किए गए हैं। कई स्थानों पर अभी काम चल रहा है। बैठक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण, एनएचआइ, एआरटीओ व प्रदूषण विभाग के प्रतिनिधि मौजूद रहें।