कोरोना संक्रमित की मौत, सक्रिय मरीजों का आंकड़ा एक हजार के पार
जागरण संवाददाता नोएडा जिले में सक्रिय मरीजों ने एक हजार का आंकड़ा पार कर दिया है
जागरण संवाददाता, नोएडा :
जिले में सक्रिय मरीजों ने एक हजार का आंकड़ा पार कर दिया है। संक्रमण के पसारते पैर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की चिता का कारण बनते जा रहे हैं। डॉक्टरों के अभाव में यहां कोविड अस्पताल चलाने में परेशानी हो रही है। यदि दो दिन और यहीं स्थिति रही तो जिला प्रशासन को सुरक्षित रखे गए बिस्तरों को भी शुरू करना पड़ेगा। शुक्रवार को 96 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिले का कुल आंकड़ा 2569 हो गया है। वहीं एक मरीज की मौत भी हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरने वाला व्यक्ति सुतियाना गांव का रहने वाला एक ट्रांसपोर्टर था। पीड़ित का ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्राइवेट कोविड अस्पताल में उपचार चल रहा था। जहां उसने शुक्रवार को कोरोना से दम तोड़ दिया। मौत का मुख्य कारण सांस की परेशानी होना बताया जा रहा है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। वहीं 96 नए कोरोना मरीज भी मिले। पॉजिटिव में अधिकांश संदिग्धों की कोरोना जांच इंफ्लूएंजा लक्षण के आधार पर की गई थी। जबकि कुछ पुराने मरीजों के संपर्क में आकर बीमार पड़े हैं। जिले में अब सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 1005 और कुल आंकड़ा 2569 हो गया है। रिकवरी रेट में सुधार होता जा रहा है। शुक्रवार को भी 15 मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। अबतक कुल 1541 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।
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सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी की बिगड़ी तबीयत
तत्कालीन सीएमओ एपी चतुर्वेदी के बाद अब वर्तमान सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी की भी तबीयत बिगड़ गई है। सीएमओ को 103 बुखार है। हालांकि वह फिलहाल घर पर ही इलाज करा रहे हैं। बता दें कि डॉ. ओहरी ने 19 अप्रैल को जिले में सीएमओ का भार संभाला था। वह तभी से ही कोरोना की रोकथाम के प्रयास कर रहे थे। कुछ दिन पूर्व सीएमओ दफ्तर की एक महिला स्वास्थ्यकर्मी में भी कोरोना की पुष्टि हुई थी। महिला कर्मचारी कोरोना की पुष्टि होने से पहले सीएमओ के साथ बतौर पर्सनल असिस्टेंट काम कर रही थी। उनके फोन व कॉल उठाने की जिम्मेदारी उन्हीं की थी। हालांकि सीएमओ ने खुद को बुखार बताया है। उनका कहना है कि वह जल्द ही दुरुस्त हो जाएंगे। उन्हें कोरोना का कोई लक्षण नहीं है।
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315 हुई कंटेनमेंट जोन की संख्या
जिले में कंटेनमेंट जोन की सख्या 315 हो गई है। इनमें श्रेणी-1 के कंटेनमेंट जोन 258 और श्रेणी-2 के कंटेनमेंट जोन 57 है। शासन के नियमानुसार श्रेणी-1 के क्षेत्रों को 250 मीटर और श्रेणी-2 के क्षेत्रों को 500 मीटर सील कर यहां मास्क व शारीरिक दूरी का पालन कराया जा रहा है। इन क्षेत्रों से किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति कम न हो इसके लिए डीएम ने प्रत्येक कंटेनमेंट क्षेत्र में एक जिम्मेदार अफसर की तैनाती की है।
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दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की मौत
नए निजी अस्पताल में दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की भी मौत हुई। ओपन हार्ट सर्जरी के लिए 16 जून को भर्ती हुए थे। 22 जून को उनकी बाइपास सर्जरी हुई। उसके बाद से आइसीयू में भर्ती रहे। पहली कोरोना जांच में वह नेगेटिव आए थे, लेकिन दूसरी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने काफी प्रयास किए, लेकिन उन्होंने उपचार के दौरान ही दम तोड़ दिया।