बच्चों को खिलाई जाएगी कृमिनाशक दवा
सेक्टर-62 में मंगलवार को बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने को लेकर एक कार्यशाला हुई। इसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर विभिन्न विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर कृमिनाशक दवा से वंचित बच्चों को दवा खिलाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।
जागरण संवाददाता, नोएडा : सेक्टर-62 में मंगलवार को बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने को लेकर एक कार्यशाला हुई। इसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को आगामी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर विभिन्न विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर कृमिनाशक दवा से वंचित बच्चों को दवा खिलाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि मॉपअप दिवस पर जिले के विभिन्न राजकीय व निजी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और मदरसा केंद्रों पर 1-19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को अल्बेंडा जोल कृमिनाशक दवा खिलाई गई। ये पेट संबंधी बीमारियां बच्चों के स्वाभाविक विकास को अवरूद्ध करती है। इस दवा को लेने से बच्चे न केवल सेहतमंद रहेंगे बल्कि उनका मानसिक विकास भी ठीक प्रकार से हो सकेगा। कृमि संक्रमण से बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, बेचैनी, उल्टी-दस्त और वजन में कमी जैसे कई हानिकारक प्रभाव देखने को मिलते हैं। कृमियों के अत्यधिक संक्रमण से बच्चे इतने बीमार या थके रहने लगते हैं कि वे स्कूल में पढ़ाई पर ध्यान देने या स्कूल जाने में असमर्थ हो जाते हैं।