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60 मिनट में दिल्ली में कट जाती थी लूटी गई कार, तीन गिरफ्तार

री की कार खरीदने की बाजार 50 हजार में बिकती है चोर की कार -चोरी की कार खरीद कर ठेकेदार सर्वजीत सिंह एक घंटे में स्क्रैप में कर देता था तब्दील -आरोपित बदमाश पहले लूटते थे मोबाइल फिर लूट के मोबाइल से बुक करते थे कैब जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र से 13 मई की रात लूटी गई कैब का स्क्रैप पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस जांच में बेहद चौंकाने वाला पर्दाफाश हुआ है। कैब लूट कर बदमाश

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 May 2019 10:24 PM (IST)Updated: Sun, 26 May 2019 06:33 AM (IST)
60 मिनट में दिल्ली में कट जाती थी लूटी गई कार, तीन गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र से 13 मई की रात लूटी गई कैब के तीन आरोपित को काबू उनकी निशानदेही पर पुलिस ने स्क्रैप बरामद किया है। पुलिस जांच में बेहद चौंकाने वाला पर्दाफाश हुआ है। कैब लूट कर बदमाश दिल्ली के स्क्रैप ठेकेदार सर्वजीत सिंह को बेच देते थे। इसके बदले में ठेकेदार लुटेरों को 50 हजार रुपये देता था।

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एसपी देहात विनीत जायसवाल ने बताया कि बदमाशों ने बीते 13 मई की रात मथुरा से एक कैब दिल्ली रोहिणी के लिए बुक कराई थी। रास्ते में चालक को बंधक बनाकर यमुना एक्सप्रेस वे पर ईकोटेक एक कोतवाली क्षेत्र में फेंक दिया गया था और स्विफ्ट डिजायर कैब बदमाशों ने लूट ली थी। ईकोटेक एक कोतवाली प्रभारी मुकेश कुमार की टीम को बदमाशों की तलाश में लगाया गया। पुलिस जांच में पता चला कि घटना वाले दिन जिस मोबाइल नंबर से कैब की बुकिग हुई थी वह मोबाइल लूट का था। तकनीकी मदद से घटना को अंजाम देने वाले दो लुटेरों जितेंद्र उर्फ जीतू व देवेश निवासी हाथरस को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के बाद स्क्रैप ठेकेदार सर्वजीत की भूमिका प्रकाश में आई और धर दबोचा गया। सर्वजीत दिल्ली के राजौरी गार्डन का रहने वाला है। आरोपितों के कब्जे से एक तमंचा, लूटे गए चार मोबाइल व अलग-अलग लूट की गाड़ियों के स्क्रैप बरामद किए गए है। पूछताछ में पता चला है कि इन्हीं बदमाशों ने बीते दिनों नोएडा के फेस तीन कोतवाली क्षेत्र से भी वैगन आर लूटी थी और सर्वजीत को बेची थी। पुलिस के अनुसार लूट व चोरी की कैब खरीदने के बाद आरोपित ठेकेदार महज एक घंटे में उसे काट कर स्क्रैप में तब्दील कर देते थे। कार के पा‌र्ट्स को अलग-अलग कर उसे दिल्ली की अलग-अलग बाजारों में बेचा जाता था। खास बात यह है कि किसी भी लुटेरे के पास आरोपित ठेकेदार सर्वजीत का मोबाइल नंबर नहीं है। सर्वजीत की बस एक ही पहचान है कि वह रोजाना तड़के सुबह तीन से पांच बजे के बीच दिल्ली के मायापुरी में मिलता था और वहीं चोरी व लूट की कार खरीदने की बाजार लगाता था। गली ब्वाय फिल्म देखकर प्रभावित हुए थे आरोपित

पुलिस पूछताछ के दौरान पता चला है कि आरोपितों ने हाल ही में गली ब्वाय फिल्म देखी थी। फिल्म देखने के बाद आरोपित प्रभावित हुए और फिल्म की तरह से अंजाम व्यक्ति को लूट व चोरी की गाड़ी बेचकर रुपये कमाने लगे। आरोपित जितेंद्र कैब चालक है जबकि देवेश एक रेस्टोरेंट में वेटर की नौकरी करता था। कम समय में अधिक रुपये कमाने की लालच में दोनों लुटेरे बन गए थे।


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