10-15 दिन में कब्जा देने का खाका पेश करेंगे बिल्डर
पंजीकरण रद्द होने की डर से शुक्रवार को सेक्टर गामा दो स्थित यूपी रेरा (उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण) कार्यालय पर दो और बिल्डर पहुंचे।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : पंजीकरण रद होने के डर से शुक्रवार को सेक्टर गामा दो स्थित यूपी रेरा (उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण) कार्यालय पर दो और बिल्डर पहुंचे।
रेरा के नोटिस पर अमल करते हुए शुक्रवार को रेरा कार्यालय में उपस्थित होकर एमएसए डेवलपर व उन्नति फार्च्यून होल्डिग बिल्डर ने अपना पक्ष रखा। इससे पहले बृहस्पतिवार को भी रेरा कार्यालय में अपना पक्ष रखने के लिए ग्रीनबे, इंटेलसिटी व पीएसए बिल्डर पहुंचे थे। सभी बिल्डरों ने खरीदारों को कब्जा देने की योजना तैयार करने के लिए 10-15 दिन का वक्त मांगा है। 10-15 दिन के अंदर बिल्डर रेरा के समक्ष निवेशकों को कब्जा देने का खाका पेश करेंगे। उल्लेखनीय है कि यूपी रेरा ने समीक्षा के दौरान सात बिल्डर परियोजनाओं की कार्यशैली को अत्यंत धीमा पाया था।
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निर्माण पूरा न होने की थी आशंका :
रेरा को आशंका थी कि इन परियोजनाओं में संभवत: निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाएगा। ऐसे में सभी सात बिल्डरों को रेरा ने पंजीकरण रद करने का नोटिस भेजा था। जिसके बाद बिल्डर बारी-बारी से रेरा कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी बात रख रहे हैं। जिन बिल्डरों को नोटिस जारी किया गया था, उनमें प्राइमरोज इंफ्राटेक, पीएसए, एमएसए डेवलपर, ग्रीनबे इंफ्रास्ट्रक्चर, इंटेलसिटी बिजनेस पार्क, मिस्ट डायरेक्ट सेल्स व उन्नति फार्च्यून होल्डिग शामिल हैं। खास बात यह है कि अभी भी दो बिल्डरों ने रेरा में कोई जवाब दाखिल नहीं किया है। जिन बिल्डरों को रेरा ने नोटिस जारी किया है, उनकी दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में दो दर्जन से ज्यादा परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। जिनमें सैकड़ों की संख्या में निवेशक फंसे हुए हैं।