कमिश्नरेट में आवाम को मिला चैन, अपराधी रहे बेचैन
प्रवीण विक्रम सिंह ग्रेटर नोएडा योगी सरकार द्वारा गौतमबुद्ध नगर में लागू की गई कमिश्नरी प्रण्
प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा : योगी सरकार द्वारा गौतमबुद्ध नगर में लागू की गई कमिश्नरी प्रणाली का परिणाम पहले छह माह में सकारात्मक रहा है। इस वजह से जिले के वासियों को चैन की सांस लेने का मौका मिला और बदमाशों की लगातार टूट रही आर्थिक कमर की वजह से बदमाश बेचैन हैं। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष शुरुआती छह महीने के तुलनात्मक आंकड़ों में लूट की घटनाओं में पचास फीसद की कमी आई है। छह महीने में डकैती की एक भी घटना नहीं हुई। हत्या व लूट के अलावा वाहन चोरी व दुष्कर्म की घटनाओं में भी गिरावट दर्ज की गई है। इन सबका मुख्य कारण पुलिस की सड़कों पर मौजूदगी बढ़ना है। छह महीने में पुलिस ने 9405 मामलों का निस्तारण किया है। पहली बार कमिश्नरेट के अंतर्गत कुख्यात सुंदर भाटी, सुमित, सतवीर व चंद्रपाल की 13 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।
दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर को हमेशा प्रदेश की आर्थिक राजधानी माना गया है और इसे शो विडो भी कहा जाता है। ऐसे में यहां की कानून व्यवस्था हमेशा से सरकार के लिए चुनौती रही है। कानून व्यवस्था पुख्ता करने के लिए प्रदेश सरकार ने इसी वर्ष 13 जनवरी को जिले में कमिश्नरी प्रणाली लागू की थी और आइपीएस आलोक सिंह को जिले का पहला पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया। कमिश्नर आलोक सिंह ने अपराध पर अंकुश लगाने के साथ ही पुलिस वेलफेयर के लिए भी कई योजनाएं शुरू की हैं।
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छह महीने में तीनों जोन की विशेष उपलब्धि
-डीसीपी सेंट्रल नोएडा हरीश चंदर के जोन में अंतर्गत सैमसंग कारखाने तक जाने वाले ढाई करोड़ के चोरी हुए मोबाइल एक दिन में बरामद किए गए
-डीसीपी नोएडा संकल्प शर्मा के जोन में पचास हजार के एक, 25 हजार के 14 व दस हजार के 16 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया
-डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह के जोन में बदमाशों की आठ करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई और कर्नल से लूटी गई स्कार्पियो बरामद की गई
-ग्रेटर नोएडा जोन में 31 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया
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एसओजी का विशेष कार्य
-एसओजी प्रभारी यतेंद्र कुमार की टीम ने ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र में चार बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान मारी गोली और पचास लाख का लूट का सामान बरामद किया था। टीम को एक लाख का मिला था इनाम।
-साइबर सेल ने परिवहन विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले आरोपित को दबोचा था। आरोपित ने करोड़ों रुपये का राजस्व का लगाया था चूना।
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दो वर्ष के तुलनात्मक आंकड़े
अपराध 2019 2020
डकैती 03 00
लूट 94 45
नकबजनी 128 105
वाहन चोरी 1381 507
अन्य चोरी 699 395
हत्या 52 37
हत्या का प्रयास 78 56
फिरौती हेतु अपहरण 02 00
दुष्कर्म 54 21
नोट : यह आंकड़े गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से उपलब्ध कराए गए है।