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यूनीटेक के निरस्त हुए भूखंड की प्राधिकरण करेगा नीलामी, अगले सप्ताह लिया जाएगा कब्जा

प्राधिकरण अगले सप्ताह तक यूनीटेक के सेक्टर-113 स्थित भूखंड संख्या जीएच-01 पर कब्जा कर लेगा। इस भूखंड का आवंटन प्राधिकरण ने पहले ही निरस्त कर दिया है। प्राधिकरण इस भूखंड को बेचने के लिए नीलामी की प्रक्रिया अपना सकता है जिसको यह भूखंड खरीदना होगा उसे इस पर बना इंफ्रास्ट्रक्चर भी खरीदना होगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 08:44 PM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 06:21 AM (IST)
यूनीटेक के निरस्त हुए भूखंड की प्राधिकरण करेगा नीलामी, अगले सप्ताह लिया जाएगा कब्जा

जागरण संवाददाता, नोएडा : प्राधिकरण अगले सप्ताह तक यूनीटेक के सेक्टर-113 स्थित भूखंड संख्या जीएच-01 पर कब्जा कर लेगा। इस भूखंड का आवंटन प्राधिकरण ने पहले ही निरस्त कर दिया है। प्राधिकरण इस भूखंड को बेचने के लिए नीलामी की प्रक्रिया अपना सकता है, जिसको यह भूखंड खरीदना होगा उसे इस पर बना इंफ्रास्ट्रक्चर भी खरीदना होगा। खरीदारों के हितों के लिए प्राधिकरण विचार कर रहा है। बैठक के बाद एक नया क्लॉज तैयार किया जा सकता है, जिससे खरीदारों को अपना आशियाना मिल सके और प्राधिकरण को राजस्व की हानि न हो। इससे पहले प्राधिकरण यूनीटेक के खिलाफ आरसी जारी कर चुका है।

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यूनीटेक प्राधिकरण का सबसे बड़ा बकायेदार है। इस पर 7043.28 करोड़ रुपये बकाया है, जिस भूखंड को नीलामी में बेचे जाने की योजना है। उस पर यानी जीएच-0001 (सेक्टर-113) करीब 216644.00 वर्गमीटर पर 1045.66 करोड़ रुपये का बकाया है। यूनीटेक ने नियमों का उल्लंघन करते हुए मैसर्स सेठी रेजिडेंट्स व मैसर्स जीएमए डेवलपर्स के साथ 19,181.50 वर्गमीटर पर एग्रीमेंट टू सेल कर थर्ड पार्टी बनाने, तय अवधि तक निर्माण कार्य पूरा न कर अधिभोग प्रमाणपत्र न लेने, बिना मानचित्र स्वीकृत कराए 17 टावरों का आंशिक व पूर्ण निर्माण किया है। 21 अक्टूबर को आवंटन निरस्त कर दिया गया है। प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने 15 दिन में भूखंड पर कब्जा करने का आदेश दिया है। ऐसे में पांच नवंबर तक प्राधिकरण इस भूखंड पर कब्जा ले सकता है।

प्राधिकरण मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने कहा कि प्राथमिकता के तौर पर खरीदारों के हितों की रक्षा की जाएगी। नीलामी के बाद शेष इंफ्रास्ट्रक्चर व निवेशकों को मकानों पर कब्जा दिलाया जाना, यह कैसे होगा इसमें नए क्लॉज क्या बनाए जाएंगे। इसको लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। उसके बाद ही फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस भूखंड पर किसी तरह का कोई भी अदालती कार्रवाई नहीं चल रही है। ऐसे में इस पर कब्जा लिया जा सकता है। बहरहाल, यूनीटेक के खिलाफ प्राधिकरण ने पहली ही आरसी जारी कर दी थी। ऐसे में जिला प्रशासन भू-लेख के हिसाब से यूनीटेक से राजस्व वसूल करेगा। यानी बिल्डर पर दो तरफा शिकंजा कसा जा रहा है।

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शहर में यूनिटेक बिल्डर परियोजनाओं की स्थित

बिल्डर प्लाट नंबर क्षेत्रफल (वर्गमीटर) फ्लैटों की संख्या बकाया रकम (करोड़)

यूनिटेक एसिया सेक्टर-96,97,98 1407327.68 897 4486.69

प्रोजेक्ट प्रा. लि.

यूनिटेक लिमिटेड जीएच-0001(सेक्टर-113) 216644.00 नक्शा स्वीकृत नहीं 1045.66

यूनिटेक लिमिटेड जीएच-0001 (सेक्टर-117) 288500.00 3784 1510.93


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