जेवर हवाई अड्डे के लिए 116 हेक्टेयर जमीन का होगा पुनर्ग्रहण
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए 1441.146 हेक्टेयर ज
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा: जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए 1441.146 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। इसमें काफी जमीन सरकारी है। हवाई अड्डे के लिए इस जमीन का पुनर्ग्रहण किया जाएगा। किसानों की जमीन के अधिग्रहण में विलंब होने की स्थिति में सरकारी जमीन पर हवाई अड्डे के लिए अक्टूबर में शिलान्यास कराया जाएगा।
जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है। जमीन अधिग्रहण की अधिसूचना जारी होने से पहले प्रभावित गांवों के लोगों के सामाजिक जीवन पर इसके प्रभाव को लेकर तैयार किए गए सोशल इंपेक्ट एसेसमेंट का मूल्यांकन होना है। शासन ने आइआइटी के प्रोफेसर एसपी ¨सह के नेतृत्व में इसके लिए समिति का गठन कर दिया है। इसके साथ ही जमीन अधिग्रहण के प्रस्ताव पर जिला प्रशासन एसडीएम के माध्यम से ग्रामीणों की आपत्ति लेकर उसका निस्तारण करेगा।
हालांकि जमीन खरीद की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए किसानों से सीधे जमीन क्रय करने की उम्मीद है। जेवर हवाई अड्डे के पहले चरण के लिए 1441.146 हेक्टेयर जमीन ली जाएगी। इसमें 1324.47 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी। जबकि 116.67 हेक्टेयर जमीन ग्राम समाज की है। इसमें 23.78 हेक्टेयर जमीन बंजर श्रेणी की है। इस जमीन का पुनर्ग्रहण किया जाएगा। अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेवर हवाई अड्डे की आधारशिला रख सकते हैं। इसलिए जमीन अधिग्रहण का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की योजना है। अगर किसानों से जमीन मिलने में विलंब होता है तो सरकारी जमीन पर हवाई अड्डे की आधारशिला रखकर निर्माण कार्य को शुरू किया जा सकता है।
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इन गांवों की जमीन पहले चरण में होगी अधिग्रहीत
रोही, पारोही, बनबारीवास, रामनेर, दयानतपुर, किशोरपुर, मुकीमपुर शिवारा, रन्हेरा । इसमें रोही, पारोही, किशोरपुर, दयानतपुर, रन्हेरा की जमीन अधिक है। रोही की 496 व दयानतपुर की 434 हैक्टेयर जमीन है।