17 मिनट में बंधा जीवनभर का बंधन
ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव में शुक्रवार को एक अनूठी शादी हुई। दूल्हन और दूल्हा के बीच जीवन भर का बंधन सिर्फ 17 मिनट में बंध गया। बारात में दूल्हा के साथ सिर्फ पांच बाराती आए। दूल्हन पक्ष की तरफ से भी मात्र पंद्रह लोग शादी में शामिल हुए। बैंडबाजा आतिशबाजी टेंट व व्यंजनों पर फिजूल खर्ची नहीं की गई। दोनों परिवारों के गुरूओं ने मात्र 17 मिनट मंत्र पढ़े और शादी संपन्न हो गई। दान-दहेज से पूरी तरह परहेज किया गया। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तिगरी निवासी अंजली की शादी गौर सिटी निवासी हरिओम ने संत रामपाल के तिलपता गांव स्थित नामदान फार्म में आकर शादी रचाई।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के तिलपता गांव में शुक्रवार को एक अनूठी शादी हुई। इसमें दूल्हन और दूल्हा के बीच जीवनभर का बंधन सिर्फ 17 मिनट में बंध गया। बरात में दूल्हे के साथ सिर्फ पांच बाराती आए। दूल्हन पक्ष की तरफ से भी मात्र पंद्रह लोग शादी में शामिल हुए। बैंडबाजा, आतिशबाजी, टेंट व व्यंजनों पर फिजूल खर्ची नहीं की गई। दोनों परिवारों के पंडितों ने मात्र 17 मिनट मंत्र पढ़े और शादी संपन्न कराई। शादी में दान-दहेज से पूरी तरह परहेज किया गया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तिगरी निवासी अंजली की शादी गौर सिटी निवासी हरिओम ने संत रामपाल के तिलपता गांव स्थित नामदान फार्म में आकर शादी रचाई। शादी में दोनों परिवारों के करीब बीस लोग शामिल हुए। शादी की रस्म बेहद सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। घोड़ी, बग्गी, बैंडबाजा, आतिशबाजी, टेंट किसी भी चीज का उपयोग शादी में नहीं हुआ। दहेज के नाम पर कुछ भी दूल्हा पक्ष को नहीं दिया गया। हरिओम ने कहा कि बिना दहेज के शादी करके खुशी हो रही है अन्य लोगों को भी इस तरह शादी करनी चाहिए। जात-पात का भी कोई बंधन नहीं था। दूल्हन और दूल्हा दोनों अलग-अलग जातियों से थे। आश्रम के सेवादार चरणदास, सुभाष दास, प्रवीण दास, जगविदर दास आदि ने दोनों को आशीर्वाद दिया।