सब्जी के बाद दलहन के लिए भी जिला कारागार होगा आत्मनिर्भर : विपिन
जिला कारागार गौतमबुद्ध में 1
रणजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा : जिला कारागार गौतमबुद्ध नगर में 18 एकड़ भूमि को खेती के योग्य बनाया जा रहा है। इस पर बंदियों के लिए सब्जी के साथ दलहन व तिलहन की खेती भी की जाएगी। फिलहाल कारागार परिसर में करीब आठ एकड़ भूमि पर सब्जी की खेती की जा रही है। कारागार के अधिकारियों ने बताया कि सब्जी के मामले में गौतमबुद्ध नगर कारागार आत्मनिर्भर हो गया है। साथ ही यहां से बागपत व गाजियाबाद के कारागार में सब्जी भेजी जा रही है। इससे पहले बंदियों के लिए बुलंदशहर कारागार से सब्जी मंगानी पड़ती थी।
जिला कारागार के अधिकारियों ने बताया कि बंदियों ने कड़ी मेहनत कर पहले आठ एकड़ जमीन को उपजाऊ बनाया व इस पर खेती शुरू की। यहां फसल में आर्गेनिक खाद के प्रयोग से पैदावार में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। दूसरे चरण में करीब 18 एकड़ जमीन को खेती के लिए तैयार किया जा रहा है। शासन स्तर से कृषि के लिए आधुनिक उपकरणों की भी मांग की गई है। कारागार के अधिकारियों ने दावा किया है कि वह सब्जी के उत्पादन व उपयोग के मामले में आत्मनिर्भर हो गए हैं। साथ ही यहां से बागपत व गाजियाबाद के कारागार में सब्जी भेजी जा रही है। 18 एकड़ नई भूमि पर खेती शुरू होने के बाद कुल खेती योग्य भूमि 26 एकड़ हो जाएगी। इसके बाद यहां दलहन की खेती भी शुरू की जाएगी। इससे सब्जी के साथ दलहन के मामले में भी कारागार आत्मनिर्भर हो जाएगा। - कारागार के लिए सब्जी उत्पादन की बड़ी चुनौती थी। बंजर भूमि को उपजाऊ बना कर रिकॉर्ड पैदावार की गई। कारागार में खेती का दायरा बढ़ाया जा रहा है। इससे भविष्य में दलहन की खेती भी की जा सकेगी।
- विपिन मिश्रा, कारागार अधीक्षक गौतमबुद्ध नगर