पंचायत सचिवों के लिए रोस्टर तैयार
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : सरकारी कार्यालयों में व्यवस्था सुधार के दावों को जहां विभागों में तै
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : सरकारी कार्यालयों में व्यवस्था सुधार के दावों को जहां विभागों में तैनात कर्मचारी व अधिकारी धता बता रहे है, वहीं शासन भी कार्यशैली में सुधार के लिए नित नए नियम कानून अख्तियार करता नजर आ रहा है। नए नियम के तहत पंचायत सचिव एक जुलाई से प्रतिदिन गांव में दस्तक देंगे। इसके बाद पंचायत सचिव की तलाश में ग्रामीणों को भटकना नहीं पड़ेगा। निर्धारित दिन पर ग्राम पंचायत सचिवों को संबंधित गांव में उपस्थित रहना पड़ेगा। शासन ने उच्च अधिकारियों को नियमित मॉनि¨ट्रग करने की हिदायत जिला प्रशासन को दी है। शासन की हिदायत के बाद विभाग ने सचिवों का छह दिन का रोस्टर तैयार कर उन्हें अलग-अलग गांव आवंटित कर दिए गए हैं। यदि पड़ताल में सचिव अनुपस्थित पाए जाते है तो उच्च अधिकारी कार्रवाई करेंगे। ज्ञात हो कि जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बाद ग्राम पंचायतों की संख्या 102 रह गई है। लिहाजा एक ग्राम पंचायत सचिव पर तीन से चार गांव का भार सौंपा जाएगा। जिसके बाद गांवों में होने की आड़ में ग्राम पंचायत सचिव मनमानी व लापरवाही नहीं कर सकेंगे। अब तक हालात यह है कि ग्राम पंचायत सचिवों की तलाश में लोगों को भटकना पड़ता हैं। शासन की इस नई कवायद के बाद ग्राम पंचायत सचिवों की मनमानी पर लगाम कसने के साथ लोगों को राहत मिलेगी।
-ग्राम पंचायत सचिवों का कार्यस्थल प्राथमिक स्कूल या फिर पंचायत भवन होंगे। प्रत्येक सचिव का छह दिन का रोस्टर तैयार कर ब्लॉक मुख्यालयों पर चस्पा कर दिया गया है। रोस्टर के अनुसार सचिवों को ड्यूटी देनी होगी।
-डॉ राम आसरे, जिला विकास अधिकारी