12वीं पास अंकुश, तो बीए पास है शाहनूर
मोहम्मद बिलाल नोएडा टेलीकाम एक्सचेंज के मास्टरमाइंड ओवैस आलम के साथ मिलकर विदेश में बैठे लोगों से ठगी का आरोपित अंकुश 12वीं पास है। वहीं शाहनूर ने बीए की पढ़ाई कर रखी है। दोनों आरोपित अब तक ठगी की कमाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति बना चुके हैं।
मोहम्मद बिलाल, नोएडा : टेलीकाम एक्सचेंज के मास्टरमाइंड ओवैस आलम के साथ मिलकर विदेश में बैठे लोगों से ठगी का आरोपित अंकुश 12वीं पास है। वहीं शाहनूर ने बीए की पढ़ाई कर रखी है। दोनों आरोपित अब तक ठगी की कमाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति बना चुके हैं। विदेश के लोगों से ठगी गई रकम के माध्यम से ओवैस ने सेक्टर-62 स्थित आइथम टावर में फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज के सेटअप को तैयार करने के लिए 50 लाख रुपये में दफ्तर खरीदा था।
एसीपी-2 नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित ओवैस की आइडी पर काल सेंटर चला रहे थे। यहां एक दर्जन से अधिक युवक-युवतियों को टेलीकालिग के लिए रखा था। यहां फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज का सेटअप खड़ा किया था। जब भी आरोपित विदेश में बैठे लोगों को फोन करते थे, तो पीड़ित के मोबाइल पर उस देश के कोड से इनकमिग नंबर डिस्प्ले होता था। इससे वह लोग इस काल पर विश्वास कर लेते थे। इस आइथम टावर में यह फर्जीवाड़ा चल रहा था। उसका किराया प्रतिमाह 80 हजार रुपये था और यहां काम करने वाले युवक-युवतियों को प्रतिमाह 15-20 हजार रुपये वेतन दिया जाता था। आरोपितों के कब्जे से ठगी का शिकार करीब 15 हजार लोगों की काल डिटेल मिली है।
वहीं कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि ओवैस आलम और शाहनूर बचपन से दोस्त है। पिछले 10 वर्षों से एक साथ काम कर रहे हैं। दोनों आरोपित ओवैस की गिरफ्तारी के बाद दफ्तर बंद करके फरार होने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही धरे गए। एक साल से बंद है मोसीन का नंबर :
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरोह का सह सरगना मोसीन का नंबर पिछले एक वर्ष से बंद है। आरोपित की स्काइप आइडी गलत मिली है। पुलिस की टीम आरोपित की तलाश कर रही है। जांच के दौरान कई चीज संदिग्ध मिलने पर पुलिस को आरोपितों के दूसरे गिरोह के बारे में शक हुआ। सूचना के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है।