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पैसों की लालच में छात्रों ने की थी टैक्सी चालक की हत्या

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के अलस्ट्रोनिया सोसाइटी के पास डेढ़ माह पू

By Edited By: Published: Tue, 26 May 2015 08:28 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2015 04:23 AM (IST)
पैसों की लालच में छात्रों ने की थी टैक्सी चालक की हत्या

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा :

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सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के अलस्ट्रोनिया सोसाइटी के पास डेढ़ माह पूर्व मिले शव का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। शव टैक्सी चालक का था। उसकी हत्या दो छात्रों ने पैसों की लालच में की थी। हत्या के बाद उसकी कार लूट ली थी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है। एक हत्यारोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने बताया कि आदेपुर निवासी अमित टैक्सी चलाता था। वह टैक्सी को बु¨कग पर लेकर जाता था। वह अक्सर एच्छर गांव स्थित पप्पू होटल पर खाना खाने के लिए जाता था। वहां पर अमित की दोस्ती ऐटा निवासी अनुज वर्मा व योगांग गुप्ता से हो गई थी। दोनों ओमीक्रान सेक्टर में किराए पर कमरा लेकर रहते थे। पुलिस ने बताया कि दोनों छात्र अपने घरों से यह बताकर आए थे कि उन्होंने को¨चग के साथ ही इंजीनिय¨रग में प्रवेश ले लिया है। पढ़ाई के लिए वह अपने घरों से एक-एक लाख रुपए लेकर आए थे। पढाई की बजाए दोनों मौज मस्ती करते थे। उन्होंने यहां पर अपनी महिला मित्र भी बना ली थी। मौज मस्ती के दौरान जब पैसे खर्च हो गए उन्हें परेशानी होने लगी। पैसा कमाने के लिए उन्होंने अमित की हत्या कर उसकी कार को लूट कर बेचने की योजना बनाई। 6 अप्रैल की शाम को उन्होंने अमित को फोनकर बुलाया। अमित के साथ दोनों गुड़गांव स्थित एक माल में घूमने के लिए चले गए। रात में लगभग दो बजे वापसी की। उसने रात में उन्होंने अमित को भी अपने कमरे पर ही रोक लिया। जैसे ही वह सो गया उन्होंने चाकू व पत्थर

मारकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को कार में रख दिया। रात में ही शव को उन्होंने अलस्ट्रोनिया सोसाइटी के पास झाड़ियों में फेंक दिया। बाद में कमरे में फैले खून को साफ करने के बाद सामान कार में रखकर दोनों कमरा छोड़कर फरार हो गए थे। 7 अप्रैल की शाम को पुलिस ने शव बरामद किया था। पुलिस ने अमित के मोबाइल नंबर की काल डिटेल निकाली तो उस पर अंतिम काल अनुज व योगांग की थी। जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि घटना वाले दिन तीनों लोग एक साथ घूम रहे थे। इसके बाद पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देनी शुरू की। दबाव में 15 मई को अनुज ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया जहां से वह जेल चला गया। पुलिस ने उसे दो दिन की रिमांड पर लिया था। पूछताछ में अनुज ने सारी घटना की सच्चाई उगल दी।

नहीं मिल पाया था कार का ग्राहक

कार को बेचने के लिए उन्होंने काफी प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे। 2 अप्रैल को हाथरस रोड़ पर जाते वक्त उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। दोनों कार को छोड़कर फरार हो गए थे। वहां की पुलिस ने कार को अपनी गिरफ्त में लेकर मुकदमा दर्ज कर दिया था।

पूछताछ में अनुज ने बताया कि पैसों की लालच में उन्होंने अमित की हत्या की थी। कार को बेचने का प्रयास किया था लेकिन कागज न होने के कारण उसे बेचने में परेशानी आ रही थी। दूसरे हत्यारोपी गोगांग की तलाश में दबिश दी जा रही है।

-होम ¨सह यादव, कोतवाली प्रभारी सूरजपुर।


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