दस गांवों में शुरू होगा स्वामित्व योजना पर काम
पुरकाजी क्षेत्र में स्वामित्व योजना के तहत दस गांवों में ड्रोन कैमरे से सर्वे किया जाएगा। लेखपालों ने कैमरे को लेकर गांवों में चूना डलवाया। लेखपाल पूरा दिन व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। पुरकाजी क्षेत्र में स्वामित्व योजना के तहत दस गांवों में ड्रोन कैमरे से सर्वे किया जाएगा। लेखपालों ने कैमरे को लेकर गांवों में चूना डलवाया। लेखपाल पूरा दिन व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वामित्व योजना पर देहात में काम शुरू हो गया है। योजना के चलते गांवों के लोगों की आवासीय संपत्ति का अभिलेखों में पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार ग्रामीण इलाकों की संपत्तियों से जुड़ी भौतिक प्रतियां स्वामियों को सौंपेगी। सरकार का मानना है कि स्वामित्व योजना गांव में रहने वाले लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत ही कारगर और मददगार साबित हो सकती है। एसडीएम सदर दीपक कुमार ने बताया कि क्षेत्र के दस गांवों को चयनित किया गया है। इन गांवों में शुक्रवार (आज) से ड्रोन कैमरों से सर्वे किए जाने की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए गुरुवार को फलौदा, शेरपुर, फरकपुर, हुसैनपुर आदि गांवों में चूना डालकर चिह्न बनाए गए। डाले गए चूने से कैमरों को बस्ती को सर्च करने में आसानी होगी। इस दौरान ऊदल सिंह, सोमनाथ, विपिन कुमार, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे। बंदरों ने किया मासूम को घायल
संवाद सूत्र, पुरकाजी : छपार के भैसरहेड़ी निवासी पांच वर्षीय सैफ कस्बे में मामा शाकिर के यहां आया हुआ था। स्वजन के अनुसार सैफ मकान की छत पर खेल रहा था। तभी तीन-चार बंदरों ने हमला कर सैफ को घायल कर दिया। शहजाद, गुड्डू, राशिद, इरशाद व जाकिर आदि ने प्रशासन से बंदरों को पकड़वाने की मांग की है। पराक्रम दिवस पर आएंगे इतिहासकार
पुरकाजी : भारत सरकार ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्मदिवस 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का आदेश जारी किया है। नगर पंचायत चेयरमैन जहीर फारूकी ने सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह निर्णय बहुत पहले लिया जाता तो और अच्छा रहता। कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे और एकता की मिसाल हैं। 23 जनवरी दोपहर एक बजे नगर पंचायत में पराक्रम दिवस मनाया जाएगा, जिसमें समाज के जिम्मेदार लोग तथा भारत सरकार के संग्रहालयों के मुख्य इतिहासकार साकिब सलीम मुख्य अतिथि होंगे। फारूकी ने बताया कि आजादी के इतिहास की जानकारी रखने वाले कई अन्य लोग भी कार्यक्रम में शामिल रहेंगे।