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गेहूं खरीदारी बंद, किसानों ने किया हंगामा

सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीदारी बंद होने से किसानों ने जमकर हंगामा किया। महावीर चौक पर गेहूं से लदे वाहनों के साथ जाम लगाया। किसानों ने खरीदारी के लिए समय बढ़ाने की मांग की। इस बार प्रशासन ने गेहूं की रिकार्ड खरीदारी की है। आढ़तियों के मुकाबले सरकारी क्रय केंद्रों पर अधिक दाम मिले हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 11:51 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 11:51 PM (IST)
गेहूं खरीदारी बंद, किसानों ने किया हंगामा
गेहूं खरीदारी बंद, किसानों ने किया हंगामा

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीदारी बंद होने से किसानों ने जमकर हंगामा किया। महावीर चौक पर गेहूं से लदे वाहनों के साथ जाम लगाया। किसानों ने खरीदारी के लिए समय बढ़ाने की मांग की। इस बार प्रशासन ने गेहूं की रिकार्ड खरीदारी की है। आढ़तियों के मुकाबले सरकारी क्रय केंद्रों पर अधिक दाम मिले हैं।

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गेहूं खरीद के लिए शासन से 22 जून की तिथि नियत की गई थी। बुधवार को कुछ किसान नवीन मंडी में स्थापित किए गए क्रय केंद्र पर अनाज लेकर पहुंच गए, जबकि मंगलवार शाम को सभी किसानों का गेहूं नहीं खरीदा गया था। क्रय केंद्र पर गेहूं खरीदारी बंद होने से किसानों ने जमकर हंगामा किया। किसानों ने कहा कि अनाज लेकर वापस घर नहीं जाएंगे। प्रशासन खरीदारी का इंतजाम कराए। काफी देरी तक हंगामे के बाद किसान गेहूं से लदे वाहन लेकर कलक्ट्रेट की ओर रवाना हो गए। किसानों ने कहा कि डीएम कार्यालय पर गेहूं के बोरे रखे जाएंगे। पुलिस-प्रशासन ने महावीर चौक पर उन्हें रोक लिया। किसानों ने जमकर नारेबाजी की। सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह पुलिस बल के साथ किसानों के बीच पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। किसानों ने मुख्य मार्ग पर ही धरना शुरू कर दिया। इस बारे में जिला विपणन अधिकारी कमलेश सिंह से भी बातचीत की गई। किसानों ने सड़क पर ही शाम तक गेहूं लदे वाहनों को खड़े रखा। इस दौरान विशाल बोपाड़ा, अंकित चौधरी, अजय पाल, धीर सिंह व चौ. मांगेराम आदि मौजूद रहे।

दाम अधिक होने से मची आपाधापी

जिला विपणन अधिकारी कमलेश सिंह ने बताया कि 22 जून तक क्रय केंद्रों पर 1975 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से गेहूं खरीदा गया। जिले में रिकार्ड खरीदारी हुई। अभी तक इतना गेहूं कभी नहीं खरीदा गया। अंतिम दिन क्रय केंद्रों पर पहुंचे सभी किसानों का गेहूं नहीं खरीदा गया। इस बार 49 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। प्राइवेट में गेहूं की कीमत 1600 से 1700 रुपये प्रति कुंतल रही। यही मुख्य वजह रही कि किसानों ने सरकारी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने को वरीयता दी। किसानों की फसल रकबे के आधार पर अनाज खरीदा गया। एक मीट्रिक टन रकबे पर 49.50 कुंतल खरीदा गया।


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