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विकास कार्यों में गबन पर तीन ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड, छह को प्रतिकूल प्रविष्टि

मुजफ्फरनगर जेएनएन। पंचायत चुनाव के दौरान सरकारी खजाने की बंदरबांट में दो प्रशासक और 9

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 11:52 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 11:52 PM (IST)
विकास कार्यों में गबन पर तीन ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड, छह को प्रतिकूल प्रविष्टि

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पंचायत चुनाव के दौरान सरकारी खजाने की बंदरबांट में दो प्रशासक और 9 ग्राम विकास अधिकारी दोषी पाए गए हैं। इनमें से तीन वीडियो को जिला पंचायत राज अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है, जबकि छह को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। दोनों प्रशासन के खिलाफ संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र भी जारी किया गया है। प्रशासकों और तीन सचिवों से 12 लाख रुपए से अधिक की रिकवरी भी की जाएगी। साथ ही एफआईआर दर्ज होगी।

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बता दें कि पंचायत चुनाव से पहले प्रधानों के अधिकार सीज होने के बाद और नए प्रधानों के शपथ लेने से पहले ग्राम पंचायतों में विकास कार्य की बागडोर प्रशासकों और ग्राम विकास अधिकारियों के हाथ में थी। पांच माह की इस अवधि में प्रशासकों और वीडियो ने जनपद की 498 ग्राम पंचायतों में 100 करोड से अधिक की धनराशि आहरित की। विकास कार्यों के नाम पर सरकारी धन की बंदरबांट की गई। इस समय अवधि में 25 लाख से अधिक धनराशि खर्च करने वाली ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों पर शासन से जांच बैठी। ''''दैनिक जागरण'''' में सरकारी धन के दुरुपयोग की खबर प्रमुखता की गई। जनपद की 46 ग्राम पंचायतों की जांच सीडीओ आलोक यादव ने तहसील स्तरीय अधिकारियों को सौंपी। खबर का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने जनपद स्तरीय अधिकारियों से जांच कराने के लिए डीएम को पत्र लिखा था। इसके बाद जांच जनपद स्तरीय अधिकारियों ने की।

46 में से 28 ग्राम पंचायतों की जांच पूरी हो गई है। जिसमें प्रशासकों और ग्राम विकास अधिकारियों की कारगुजारी पकड़ी गई है। शाहपुर के गांव गोयला में 5.4 9 लाख रुपए की अनियमितता मिली है। इसी क्रम में ग्राम पंचायत शोरो में 5.15 लाख, पलडी में 46 और बुढाना के गांव कल्याणपुर में 96 हजार रुपए का घोटाला मिला है। जिसके चलते गोयला व शोरो के सचिव अश्वनी कुमार, पलडी के सचिव सुनील कुमार और कल्याणपुर के सचिव फैसल अली को जिला पंचायत राज अधिकारी ने सस्पेंड कर दिया है। खतौली ब्लॉक में भी अनियमितता पाई गई है। जिसके चलते खतौली ब्लॉक के सचिव किरण पाल, संजू, जितेंद्र, दीपक, ध्रुव, विजय कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इसके साथ ही शाहपुर के सचिव चित्रांश को भी प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। इनके साथ ही एडीओ कृषि रक्षा आनंदपाल सिंह और एडीओ सहकारिता सुधीर गुप्ता के खिलाफ उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए डीपीआरओ ने पत्र जारी किया है। सस्पेंड किए गए तीनों ग्राम विकास अधिकारी और दोनों एडीओ से 12 लाख रुपए से अधिक की रिकवरी के आदेश भी जारी हुए हैं।

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दोगुने रेट पर खरीदा गया सामान

प्रशासकों और सचिवों ने मिलकर करोड़ों रुपए पंचायत चुनाव के दौरान विकास कार्यों के नाम पर ठिकाने लगा दिए। जांच अधिकारियों को मौके पर भारी अनियमितताएं मिली हैं। जो आरो 60 से 70 हजार में लग सकता था। उसके लिए 1.50 लाख रुपए तक आहरित किए गए। कुछ स्थानों पर हैंडपंप मिले ही नहीं। अधिकांश वस्तुएं बाजारी मूल्य से दोगुने रेट पर खरीदी गई। --- पंचायत चुनाव के दौरान विकास कार्यों में अनियमितता पर तीन ग्राम विकास अधिकारी को सस्पेंड किया गया है। दो एडीओ जो उस समय प्रशासक थे उनके खिलाफ संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है। छह सचिव को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। अभी 18 ग्राम पंचायतों की जांच चल रही है। सस्पेंड किए गए तीनों वीडियो के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। - अनिल कुमार सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी


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