यूक्रेन से आए दल ने शुकतीर्थ में जानी ¨हदू संस्कृति
राजा परीक्षित के बारे में इंटरनेट पर पढ़कर यहां पहुंचा विदेशी दल। शुकदेव आश्रम में की पूजा, ओमानंद महाराज ने किया सम्मानित।
मोरना (मुजफ्फरनगर) : पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ के प्रति विदेशी जिज्ञासुओं का आकर्षण बढ़ रहा है। महाभारत कालीन राजा परीक्षित के बारे में इंटरनेट पर पढ़कर रविवार की सुबह यूक्रेन से 14 सदस्यीय दल तीर्थनगरी शुकतीर्थ पहुंचा व शुकदेव मंदिर के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। दल ने पुजारियों से ¨हदू संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद वे उत्तराखंड चले गए।
यूक्रेन से एमवी विक्टर के नेतृत्व में 14 सदस्यीय विदेशी पर्यटकों का दल सुबह शुकदेव आश्रमं पहुंचा। श्रीशुकदेव संस्कृत विद्यालय के छात्रों ने उनका माल्यार्पण कर स्वागत किया। शुकदेव मंदिर में असम के पुजारी सुमन कृष्ण शास्त्री ने शुकदेव मुनिजी, राजा परीक्षित व प्राचीन अक्षय वट वृक्ष की महत्ता के बारे में जानकारी दी। इसके बाद विदेशियों ने प्राचीन अक्षय वट वृक्ष व शुकदेव मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंदजी महाराज ने साहित्य व प्रसाद देकर आशीर्वाद दिया। दल प्रभारी ने बताया कि छह महिला व आठ पुरुषों का दल 40 दिन की भारत में धार्मिक यात्रा पर है। दल के सदस्यों ने ¨हदू संस्कृति की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया में कहीं शांति है तो वह भारत में है।