अमृतसर हादसे के बाद भी नहीं खुली आंखें
रेलवे ट्रैक पर बैठकर मोबाइल चलाते हैं युवक। आरपीएफ के साथ रेलवे कर्मी भी मूंदे हैं आंखें।
खतौली : अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रेन से कटकर 61 लोगों की मौत के बाद भी यहां कुछ युवाओं की आंखें नहीं खुल रही है। खतौली स्टेशन पर रविवार की दोपहर दो युवक रेलवे ट्रैक पर बैठकर मोबाइल चलाने में जुटे रहे। इस दौरान न आरपीएफ और न ही रेलवे कर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। यह लापरवाही कभी बड़ा हादसा बन सकती है।
अमृतसर में रावण दहन के दौरान ट्रेन से कटकर 61 लोगों की मौत के बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। इतने भयावह हादसे के बाद भी युवा सतर्क नहीं है। खतौली में युवा रेलवे लाइन पर जान जोखिम में डालने से बाज नहीं आ रहे। रेलवे स्टेशन के निकट युवक रेलवे लाइन पर बैठकर मोबाइल से सेल्फी लेने व मोबाइल चलाने में व्यस्त रहे। उन्होंने ट्रैक पर ट्रेन आने की परवाह नहीं थी। इस दौरान किसी भी रेलवे कर्मचारी ने उन्हें ट्रैक से हटाने का प्रयास किया और न ही आरपीएफ के जवानों ने उन्हें पकड़ा। करीब बीस मिनट बाद जिस ट्रैक पर दोनों युवक बैठकर मोबाइल चला रहे थे। उसके बराबर वाले ट्रैक पर ऋषिकेश से दिल्ली जाने वाली पैसेंजर ट्रेन आई। तब कुछ लोगों ने उक्त युवकों को रेलवे ट्रैक से उठाकर भगाया गया।