बकायदारों पर कसा शिकंजा, एक सप्ताह का अल्टीमेटम
खतौली नगरपालिका गृह व जलकर जल मूल्य की वसूली में पिछड़ रही है। इसको लेकर पालिका के प्रशासक व एसडीएस ने कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी है। विभिन्न मदों के कर बकायेदारों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसी तरह से अतिक्रमणकारियों को चेताया गया है। उसके बाद पालिका अपने स्तर से बकायदारों और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम देगी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली नगरपालिका गृह व जलकर, जल मूल्य की वसूली में पिछड़ रही है। इसको लेकर पालिका के प्रशासक व एसडीएस ने कड़े कदम उठाने की चेतावनी दी है। विभिन्न मदों के कर बकायेदारों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। इसी तरह से अतिक्रमणकारियों को चेताया गया है। उसके बाद पालिका अपने स्तर से बकायदारों और अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम देगी।
पालिका की वार्षिक आय लगातार पिछड़ रही है। विभिन्न मदों से मिलने वाले टैक्स की वसूली कमजोर पड़ने के कारण वार्षिक आय का आंकड़ा 50 लाख रुपये तक पहुंच रहा है, जबकि आय के सापेक्ष खर्च अधिक है। नगर क्षेत्र में हजारों की संख्या में मकान ऐसे हैं, जो कोई टैक्स अदा नहीं कर रहे हैं। व्यावसायिक भवन, टावर कंपनियां टैक्स नहीं चुका रही हैं। इसको लेकर करेत्तर की बैठक में अधिकारियों को फटकार लगी थी। वहीं, टैक्स वसूली कम होने पर चेयरपर्सन ने भी नाराजगी जताई है। सोमवार को पालिका के प्रशासक एवं एसडीएम जीत सिंह राय ने विभागीय समीक्षा की है। इसके बाद नगर क्षेत्र के गृहकर, जलकर और जल मूल्य के बकायेदारों को एक सप्ताह का समय दिया है। उसके बाद पालिका अपने स्तर से कार्रवाई करेगी। साथ ही भवन स्वामियों, दुकानदारों को अतिक्रमण के लिए चेताया गया है। अतिक्रमण के कारण मुख्य मार्ग के साथ गली-मोहल्ले भी संकरे हो गए है। बता दें कि 16 अक्टूबर के अंक में 'पालिका की आय पर लापरवाही का अडंगा' शीर्षक से 'दैनिक जागरण' ने खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद पालिका अधिकारियों ने टैक्स वसूली की प्रक्रिया की पड़ताल कराई। इसको लेकर चेयरपर्सन और एसडीएम ने टैक्स वसूली पर सक्रिया बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।