तब्लीगी जमात में गए 28 जमाती पुलिस के रडार पर
दिल्ली में तब्लीगी जमात के मरकज में मुजफ्फरनगर से भी 28 लोगों ने शिरकत की। एडीजी इंटेलीजेंस के इनपुट पर स्थानीय पुलिस ने जमात में शामिल हुए 28 लोगों की तलाश में जिला खंगाल डाला। हालांकि देर शाम तक किसी के भी जिले में मौजूद होने के कोई प्रमाण पुलिस के हाथ नहीं लगे। एहतियात के तौर पर पुलिस ने जमातियों की कॉल डिटेल रिकार्ड और मोबाइल लोकेशन के जरिए सच्चाई परखनी शुरू कर दी है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दिल्ली में तब्लीगी जमात के मरकज में मुजफ्फरनगर से भी 28 लोगों ने शिरकत की। एडीजी इंटेलीजेंस के इनपुट पर स्थानीय पुलिस ने जमात में शामिल हुए 28 लोगों की तलाश में जिला खंगाल डाला। हालांकि देर शाम तक किसी के भी जिले में मौजूद होने के कोई प्रमाण पुलिस के हाथ नहीं लगे। एहतियात के तौर पर पुलिस ने जमातियों की कॉल डिटेल रिकार्ड और मोबाइल लोकेशन के जरिए सच्चाई परखनी शुरू कर दी है। एसएसपी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि परिजन या रिश्तेदार जानकारी छिपाते हैं तो उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली के मरकज में चोरी-छिपे रह रहे विदेशों से आए तब्लीगी जमातियों ने कहर बरपा रखा है। तब्लीगी जमात में जिले से तकरीबन 28 लोग दिल्ली के मरकज पहुंचे थे। अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना ने इनपुट मिलने पर एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव को मय मोबाइल नंबर सूची भेजकर रिपोर्ट तलब की। एसएसपी के निर्देश पर एलआइयू और थाना पुलिस ने जमात में शामिल हुए लोगों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी। देर शाम तक पुलिस को जिले में किसी भी जमाती के मौजूद होने के प्रमाण नहीं मिले। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सभी के परिजनों-रिश्तेदारों ने उनके दिल्ली में ही क्वारंटाइन होने की जानकारी दी। इसके बाद से पुलिस ने सच्चाई परखने के लिए सभी 28 जमातियों के मोबाइल सर्विलांस पर लेकर लोकेशन व कॉल डिटेल रिकार्ड खंगालने शुरू कर दिए।
मुजफ्फरनगर से यह लोग हुए शामिल
मकबिर, फिमिज, मेहताब, सलमान, सुहैब, रफी, इश्तकार, हफीजुद्दीन, जीशान, गुफरान, आफताब, शान मोहम्मद, गुफरान, अनवर, मुनशिद, हाजी अब्दुल वाहिद, हाजी कबीर अली, सुब्हान अली, मोहम्मद यासीन, आसिफ, हसन, तैय्यब, मुजफ्फर, निसार, आबिद, खलील, शफीक, नौशाद।
वर्जन
28 लोगों के तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने की जानकारी मिली है। सभी की तलाश की गई, लेकिन उनके जिले में मौजूदगी नहीं मिली। फिर भी तस्दीक के लिए सभी के मोबाइल सर्विलांस पर लगाए गए हैं। यदि किसी के परिजन या रिश्तेदार ने जानकारी छिपाई तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
-अभिषेक यादव, एसएसपी