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व्यवस्था तय थी, पर काम हुआ न कार्रवाई

शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए नियम-कायदे तो बनाए गए लेकिन फाइलों और कागजों की शोभा बढ़ा रहे हैं। तमाम योजनाएं तैयार की गई लेकिन लापरवाही के आगे सब चौपट हो गया। ई-रिक्शाओं के दौड़ने के लिए मार्ग और समय तक तय किया गया था लेकिन इस पर अमल कराने वाले जिम्मेदारों ने गंभीरता नहीं बरती।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Feb 2020 12:27 AM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 12:27 AM (IST)
व्यवस्था तय थी, पर काम हुआ न कार्रवाई

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए नियम-कायदे तो बनाए गए, लेकिन फाइलों और कागजों की शोभा बढ़ा रहे हैं। तमाम योजनाएं तैयार की गई, लेकिन लापरवाही के आगे सब चौपट हो गया। ई-रिक्शाओं के दौड़ने के लिए मार्ग और समय तक तय किया गया था, लेकिन इस पर अमल कराने वाले जिम्मेदारों ने गंभीरता नहीं बरती। इसके कारण शहर की सूरत बिगड़ गई है। प्रमुख चौराहों के साथ हर गली, सड़क जाम की गिरफ्त में है।

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कुछ क्षेत्रों को ई-रिक्शा के लिए प्रतिबंधित भी किया गया और इनके लिए सवारी बैठाने का स्टैंड भी बनाए गए। व्यवस्था कुछ रोज ही लागू हो सकी, उसके बाद हालात वही ढाक के तीन पात जैसे हो गए। पुलिस, ट्रैफिक और एआरटीओ प्रवर्तन ने भी पूरी तरह इस ओर से आंख मूंद रखी हैं। निर्धारित स्थानों के अतिरिक्त सवारी बैठाने व उतारने वाले ई-रिक्शा चालक के विरुद्ध एमवी एक्ट की धारा 179(1) के तहत एक हजार रुपये का जुर्माना प्रत्येक बार पर लगाने के निर्देश दिए गए।

यह बनाए गए थे 32 ई-रिक्शा स्थान

-अलमासपुर चौक

-जानसठ बस अड्डा

-टिकैत चौक

-बालाजी चौक

-विश्वकर्मा चौक

-भोपा बस अड्डा

-ग्रांड प्लाजा 8

-हनुमान चौक (गांधी कालोनी)

-मदन स्वीट्स

-मालवीय चौक

-नॉवल्टी चौक

-जिला अस्पताल

-सहारनपुर बस अड्डा

-मदनी चौक

-चुंगी नं. 2

-हनुमान चौक

-शामली बस अडडा

-फक्करशाह चौक

-मीनाक्षी चौक

-वहलना चौक

-सूजडू चुंगी

-रेशू विहार तिराहा

-जाट कालोनी चौराहा

-महावीर चौक

-प्रकाश चौक

-रोडवेज बस अड्डा

-रेलवे स्टेशन

-आंबेडकर चौक

-आलू मंडी चौक

-झांसी रानी तिराहा

-बालाजी चौक।

यह बने थे स्टैंड

नगर क्षेत्र में पाल धर्मशाला, रुड़की रोड, शामली बस स्टैंड के पास, मिनाक्षी चौक, महावीर चौक, बहलना चौक, मालवीय चौक और विश्वकर्मा चौक आदि सात स्थानों पर ई-रिक्शा स्टैंड बनाया गया। इन स्थानों से ई-रिक्शाओं को सवारियां उठानी थी, लेकिन इस योजना को कागजों में दबा दिया गया। ई-रिक्शा का संचालन मनमाने रूप से किया जा रहा है। जिस चालक का जहां को मन किया, उधर ही स्टेयरिग घुमा कर दौड़ रहे हैं। इसके चलते हालात अधिक विकट हो गए हैं।

यहां प्रतिबंधित रखा गया

मीनाक्षी चौक से शिव चौक तक तथा हनुमान चौक से शिव चौक (भगत सिंह रोड) तक ई-रिक्शा का संचालन (प्रात: नौ से रात नौ बजे तक) प्रतिबंधित रहेगा। इसे परवान चढ़ाने में यातायात विभाग में फोर्स का टोटा आड़े आ गया।

वर्जन

ई-रिक्शा को लेकर जांच की गई थी, अपंजीकृत को सीज किया गया। अधिकांश ई-रिक्शा पंजीकृत हो गई हैं। ई-रिक्शा का मार्ग तय किया गया, लेकिन छोटे शहर में यह व्यवस्था प्रभावित हो गई। इस कारण योजना परवान नहीं चढ़ सकी। अभियान चलाकर इनका संचालन नियमों के तहत कराया जाएगा।

-विनीत मिश्रा, एआरटीओ प्रवर्तन।

-ई-रिक्शाओं के संचालन के लिए 32 मार्ग चयनित किए गए थे, लेकिन यातायात विभाग में फोर्स कम है। पूरे जिले में 20 ही लोग तैनात हैं। इनमें सप्ताह में अनेक लोगों की अन्य जिलों में ड्यूटी रहती है। ऐसे में योजना को परवान चढ़ाने में दिक्कत हो गई हैं। एक फिर से योजना को लागू कराया जाएगा।

-बीबी चौरसिया, एसपी ट्रैफिक


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