छात्र और शिक्षकों ने लिया जल बचाने का संकल्प
जल पुरुष राजेंद्र सिंह को केंद्रित करते हुए दैनिक जागरण में प्रकाशित कहानी से छात्र बेहद प्रेरित हुए। उन्होंने जल का महत्व समझते हुए पानी बचाने का संकल्प लिया। साथ ही संस्कारशाला कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की। प्रधानाचार्य ने बच्चों से सवाल करते हुए अनेक ज्ञानवर्धक जानकारी दी।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जलपुरुष राजेंद्र सिंह को केंद्रित करते हुए 'दैनिक जागरण' में प्रकाशित कहानी से छात्र बेहद प्रेरित हुए। उन्होंने जल का महत्व समझते हुए पानी बचाने का संकल्प लिया। साथ ही संस्कारशाला कार्यक्रम की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। प्रधानाचार्य ने बच्चों से सवाल करते हुए ज्ञानवर्धक जानकारियां दीं।
लाला जगदीश प्रसाद सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में 'दैनिक जागरण' संस्कारशाला कार्यक्रम के तहत विशेष पाठशाला लगाई गई, जिसका शुभारंभ पर मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। इसके बाद कक्षा 11वीं के छात्र अर्णव चौधरी ने संस्कारशाला की कहानी 'रेगिस्तान को हरा-भरा करने की जिद' को पढ़कर सुनाया। छात्र ने कहानी के माध्यम से जलपुरुष राजेंद्र सिंह के व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसके बाद प्रधानाचार्य सतीश उपाध्याय ने छात्रों से कहानी के आधार पर सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि जलपुरुष ने विपरित परिस्थितियों में रेगिस्तान को हरा-भरा करने में अहम भूमिका निभाई। उनके व्यक्तित्व से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। छात्र-छात्राएं आज प्रण लेकर जाएं कि जल बचाने के लिए वह भी प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि संस्कारशाला की कहानियों से सभी छात्र जुड़ें। इन प्रेरक कहानियों से प्रत्येक सप्ताह काफी कुछ सीखने को मिलता है। 'दैनिक जागरण' की बच्चों को संस्कारवान बनाने की मुहिम सराहनीय है।
सवालों के जवाब देने वाले छात्र सत्यम कुमार ने कहा कि जल बचाने के लिए वह अन्य लोगों से भी अपील करेंगे। आर्यन ने कहा कि संस्कारशाला कार्यक्रम के माध्यम से जल पुरुष के बारे में विस्तार से जानकारी मिली है। अर्पित शर्मा ने कहा कि राजेंद्र सिंह के जीवन से वह बेहद प्रभावित हुए हैं, कार्यक्रम की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। प्रीत पाल ने कहा कि स्वयं जल बचाएंगे, साथ ही अन्य लोगों को भी इसके प्रति प्रेरित करेंगे। अपने विद्यालय, गांव और पड़ौस में अभियान चलाया जाएगा।