अखाड़े में पहलवानों ने दिखाया दम, फाइनल कुश्ती आज
पचेंडा कलां में रविवार को दंगल का शुभारंभ किया गया। वक्ताओं ने कहा कि कुश्ती भारतीय खेलों की परम्परा में शामिल है। यह एक शुद्ध और शरीरिक विकास से जुड़ा खेल है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पचेंडा कलां में रविवार को दंगल का शुभारंभ किया गया। वक्ताओं ने कहा कि कुश्ती भारतीय खेलों की परंपरा में शामिल है। यह एक शुद्ध और शरीरिक विकास से जुड़ा खेल है। गांव-गली के अखाड़ों से निकल आज भारतीय पहलवान दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं। इसके बाद दो कुश्ती के मुकाबले कराए गए। जिनमें यूपी और हरियाणा के पहलवानों ने जौहर दिखाए। सोमवार को एक फाइनल कुश्ती और एक चार लाख रुपये के इनाम की होगी।
पचेंडा कलां के जनता इंटर कॉलेज के मैदान में शहीद बचन सिंह, स्व अरुण पहलवान अखाड़ा सेवा समिति के तत्वावधान में 32वां दंगल का शुभारंभ किया गया। इस दौरान आयोजक अर्जुन पहलवान ने कहा कि कुश्ती का खेल भारतीय खेल परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। यह खेल गांवों को आपस में जोड़ने के साथ युवाओं को मजबूत बनाता है। गांवों से निकले पहलवान दुनिया में भारत, जनपद और गांव का नाम रोशन कर रहे हैं। इस दौरान दो कुश्ती का आयोजन किया गया। पहली कुश्ती उप्र के पहलवान संदीप चौधरी और गौरव पहलवान के बीच हुई। दोनों पहलवानों ने जीतने के लिए खूब जौहर दिखाए। संदीप चौधरी ने जीत दर्ज की। दूसरी कुश्ती ओली माजरा के उमेश और हरियाणा के झज्जर के पहलवान सुखचैन के बीच हुई। इसमें उमेश ने जीत दर्ज की। सोमवार को संदीप-उमेश के बीच फाइनल मुकाबला होगा। जबकि ईरानी पहलवान अली और हरियाणा के मौसम खत्री के बीच होगा। यह कुश्ती चार लाख रुपये की रहेगी। मुख्य अतिथि अमित राठी, मोहित बालियान, विकास बालियान, बलधारी सिंह जीएम ऋषिपाल फौजी, नवीन भाटा, अमित, पूर्व प्रधान चरण सिंह आदि मौजूद रहे।