रोडवेज को आठ दिन में 80 लाख का फटका
कांवड़ में किराया बढ़ने से नहीं मिल रहे यात्री। इनकम पर पड़ा असर, खाली दौड़ रहीं बसें।
मुजफ्फरनगर : कांवड़ मेला ने रोडवेज को बड़े पैमाने पर झटका दिया है। आठ दिन के भीतर डिपो की आय 50 फीसदी रह गई है। कांवड़ यात्रा से डिपो को लगभग 80 लाख रुपये का फटका लगा है। रूट बदल जाने के कारण यात्री नहीं मिल रहे हैं। इससे अधिकतर बसें खाली दौड़ रही हैं। इनकम में थोड़ी बढ़ोत्तरी के लिए हरिद्वार रूट पर बसें लगाई गई हैं।
नौ अगस्त को भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा, इसके लिए शिवभक्तों की संख्या बढ़ गई है। एक अगस्त से हाईवे पर कांवड़ियों का कब्जा हो गया। इसके चलते प्रशासन ने रोडवेज बसों के रूट बदल दिए हैं। मार्ग डायवर्ट होने से रोडवेज बसों में डीजल की खपत बढ़ गई है। ठिकाना बदलने से यात्री बसों तक नहीं पहुंच रहे हैं। इससे डिपो की आय पर असर पड़ा है। बसों को जानसठ व मीरापुर से होते हुए मेरठ निकाला जा रहा है। इसके चलते किराया बढ़ गया है। बढ़े किराए और भीड़ को देखकर आम यात्रियों ने रोडवेज के सफर से कन्नी काट ली है। यात्रियों के नहीं मिलने से बसों पर डीजल का औसत भी नहीं निकल रहा है। रोडवेज को आठ दिन में 80 लाख का फटका लगा है। चूंकि डिपो की एक दिन में इनकम 20 से 22 लाख रुपये आती है, जो घटकर 9 से 10 लाख रुपये रह गई है। एआरएम बीपी अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ यात्रा के चलते आय पर असर पड़ा है। पचास फीसदी आय कम हो गई है। यात्रियों के न मिलने हालात विकट हो गए हैं।