जयंत पर लाठीचार्ज के विरोध में लगाया जाम
रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर हाथरस में लाठीचार्ज के विरोध में कार्यकर्ताओं ने जिलेभर में प्रदर्शन किया। हाईवे समेत मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंसूरपुर में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी पर हाथरस में लाठीचार्ज के विरोध में कार्यकर्ताओं ने जिलेभर में प्रदर्शन किया। हाईवे समेत मुख्य मार्ग पर जाम लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मंसूरपुर में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका।
सरकुलर रोड पर पार्टी कार्यालय के बाहर जाम लगाकर रालोद कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने कहा कि हाथरस में शांतिपूर्ण तरीके से पीड़ित परिवार से मिलने और अपनी बात करने के दौरान पुलिस ने जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर को जयंत पर लाठीचार्ज का जवाब दिया जाएगा। कलक्ट्रेट समेत शहर में प्रदर्शन होगा, जिसमें जयंत चौधरी भी शामिल होंगे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि जयंत चौधरी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। इस दौरान सुधीर भारतीय, हर्ष राठी, हाजी राजू आढ़ती आदि मौजूद रहे। वहीं फुगाना में मेरठ-करनाल हाईवे पर पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ जाम लगाया। पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार लाठी के दम पर किसान, मजदूर की आवाज दबाना चाहती है। रालोद की राष्ट्रीय सचिव रमा नागर ने जयंत पर लाठीचार्ज की निदा की। वहीं मोरना में चौ. चरण सिंह चौक पर कार्यकर्ताओं ने हंगामा करते हुए नारेबाजी की। जयंत पर लाठीचार्ज की निदा करते हुए जिला उपाध्यक्ष मनोज राठी, डा. अमित ठाकरान, नरेंद्र बालियान, डा. राजीव, श्यामवीर, गौरव राठी, अंकित ने लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मंसूरपुर के दूधाहेड़ी गांव में युवा रालोद के महासचिव पंकज राठी के आवास पर आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि सरकार की तानाशाही पर रालोद चुप नहीं बैठेगा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने मंसूरपुर स्थित जोहरा रोड पर जाम लगाकर प्रदेश सरकार का पुतला फूंका।
छह को किसान पंचायत : हरेंद्र मलिक
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक ने हाथरस में जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज की निदा की। उन्होंने कहा कि पहले राहुल गांधी व प्रियंका गांधी के साथ हाथरस में बदसलूकी की गई और अब जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज की गई। इन घटनाओं के विरोध में छह अक्टूबर को नुमाइश मैदान में किसान पंचायत होगी।