जयंत को रोकने पर हंगामा, सड़क जाम कर धरना
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुजफ्फरनगर में हुई हिसा में मारे गए नूरू के परिवार से मिलने जा रहे राष्ट्रीय रालोद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी को यहां गंग नहर पुल पर रोक दिया गया। पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इसके विरोध में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मुजफ्फरनगर में हुई हिसा में मारे गए नूरा के परिवार से मिलने जा रहे राष्ट्रीय रालोद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी को यहां गंगनहर पुल पर रोक दिया गया। पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इसके विरोध में कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। मेन रोड व गंग नहर कांवड़ पटरी मार्ग जाम कर धरने दिया। एसपी सिटी व सिटी मजिस्ट्रेट ने जयंत चौधरी को समझाने का प्रयास किया, पर वे मुजफ्फरनगर जाने की जिद पर अड़े रहे। कार्यकर्ताओं की अधिकारियों से नोकझोंक हुई। अधिकारियों के मान मन्नौवल के बाद जयंत वापस दिल्ली लौट गए। उन्होंने गुरुवार को दोबारा आने की बात कही। दो घंटे तक चले हंगामे के चलते गंग नहर पुल छावनी में तब्दील रहा।
जयंत चौधरी दिल्ली से गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग से मुजफ्फरनगर में हुई हिसा में मारे गए नूरा के परिजनों को सांत्वना देने जा रहे थे। रालोद के जिलाध्यक्ष अजित राठी कार्यकर्ताओं के साथ सुबह से यहां उनके इंतजार में खड़े थे। जयंत के आने की भनक लगने से खतौली, मंसूरपुर व रतनपुरी पुलिस गंगनहर पुल पहुंची। पुलिस ने जयंत चौधरी को पुल पर रोक दिया। गाड़ी जयंत चौधरी चला रहे थे, जबकि उनकी बराबर की सीट पर शाहिद सिद्दीकी बैठे थे। कार्यकर्ताओं ने उनकी कार को बढ़ाने की कोशिश की, पर पुलिस ने रोक दिया। कार्यकर्ताओं ने रास्ता जाम कर सड़क पर धरना दिया व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनकी अधिकारियों से नोकझोंक हुई। जाम से गंगनहर पटरी व मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने रूट डायवर्ट कर वाहनों को बुढ़ाना तिराहा, भैंसी कट व टबीटा के पास से नेशनल हाईवे-58 से भेजा। जयंत के मुजफ्फरनगर जाने की जिद पर अड़े रहे। एसपी सिटी सतपाल अंतिल, सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार, एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट व सीओ आशीष प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी सिटी व सिटी मजिस्ट्रेट ने कानून व्यवस्था का हवाला देकर जयंत को आगे न जाने को कहा। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुजफ्फरनगर में डाक बंगले या उनके आवास मिलने की इच्छा जताई। अधिकारियों पीड़ित परिवार को खतौली में मिलवाने का भरोसा दिया, लेकिन जयंत ने इन्कार कर दिया। उन्होंने धरने पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। हिसा को लेकर शासन और प्रशासन पर तंज कसे। अधिकारियों के काफी मान मन्नौवल पर वे दिल्ली लौट गए और गुरुवार को दोबारा मुजफ्फरनगर फिर आने की बात कही। इस दौरान युवा रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष वसीम रजा, रणवीर दहिया, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, योगराज सिंह, पूर्व विधायक राजपाल सिंह, अभिषेक चौधरी, धर्मेंद्र तोमर, पराग चौधरी, राहुल अहलावत, वीरपाल राठी, पंकज राठी, विकास बालियान आदि मौजूद रहे।