Move to Jagran APP

संसाधन भरपूर, सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम से आसान होगी राह

उत्तर प्रदेश के जिलों में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम की राह आसान करने के लिए शासन ने आदेश जारी कर स्वजन के लिए समय बचाने का विकल्प दिया है। मुजफ्फरनगर में बने पोस्टमार्टम हाउस में कई वर्ष से रात में पोस्टमार्टम की तमाम व्यवस्था और संसाधन उपलब्ध है लेकिन अभी तक जिलाधिकारी और सीएमओ के आदेश पर ही सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम जिले में हो पाते हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 11:47 PM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 11:47 PM (IST)
संसाधन भरपूर, सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम से आसान होगी राह
संसाधन भरपूर, सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम से आसान होगी राह

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के जिलों में सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम की राह आसान करने के लिए शासन ने आदेश जारी कर स्वजन के लिए समय बचाने का विकल्प दिया है। मुजफ्फरनगर में बने पोस्टमार्टम हाउस में कई वर्ष से रात में पोस्टमार्टम की तमाम व्यवस्था और संसाधन उपलब्ध है, लेकिन अभी तक जिलाधिकारी और सीएमओ के आदेश पर ही सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम जिले में हो पाते हैं।

loksabha election banner

मुजफ्फरनगर में करीब चार वर्ष पूर्व जट मुझेड़ा गांव के पास भोपा रोड पर आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस का निर्माण हुआ था। पोस्टमार्टम हाउस में बड़े फ्रीजर सहित विद्युत व चिकित्सकों के लिए अन्य सुविधा दी गई थी। अधिकतर मामलों में वहां पोस्टमार्टम शाम पांच बजे तक ही किया जा रहा है। खतौली में हुए रेल हादसे या अन्य परिस्थिति में ही वहां रात को पोस्टमार्टम हुए हैं। हालांकि कुछ अन्य मामलों में रात में मृतक का पोस्टमार्टम कराने के लिए स्वजन को सीएमओ और डीएम के चक्कर काटने पड़ते थे। कई बार आदेश होने के बाद भी चिकित्सकों के अभाव में रात में पोस्टमार्टम नहीं हो पाते थे, लेकिन शासन से सूर्यास्त के बाद पोस्टमार्टम होने के आदेश से वहां रात में अलग चिकित्सक की तैनाती हो जाने से मृतक के स्वजन को सुबह के इंतजार में पोस्टमार्टम हाउस के पास रात नहीं गुजारनी पड़ेगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग पर से भी सुबह होने के इंतजार का दबाव हटेगा। हालांकि सीएमओ डा. महावीर फौजदार का कहना है कि अभी उन्हें आदेश प्राप्त नहीं हुआ है, लेकिन सूर्यास्त के बाद भी पोस्टमार्टम होने की कार्यवाही को पूर्ण करने के लिए उसी हिसाब से कार्ययोजना बनाकर अमल में लाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.