अहंकार के रावण का किया दहन
आग का गोला बन खाक हुआ रावण का कुनबा। आतिशबाजी के दौरान गूंज उठा आसमान। दशहरा के मेले में बच्चों ने खरीदे खिलौने।
खतौली : बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा हर्षोल्लास से मनाया गया। भगवान श्रीराम व रावण की सेनाओं के बीच युद्ध हुआ। इसमें रावण का वध कर भगवान श्रीराम ने विजय हासिल की। रावण, कुभंकरण व मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया।
शुक्रवार देर शाम श्रीरामलीला स्थल ठाकुरद्वारा से श्रीराम व रावण की सेना बैंडबाजे के साथ रथ में सवार होकर बड़ा बाजार, इंदिरा प्रतिमा, मेन रोड व पिकेट इंटर कॉलेज के रास्ते होते हुए युद्धस्थल ताराचंद शिवालय के मैदान पर पहुंची। श्रीराम व रावण की सेना के बीच युद्ध हुआ। श्रीराम ने रावण के भाइयों समेत उसकी सेना को मार गिराया। रावण से राम व लक्ष्मण का संवाद हुआ। बैंड की धुनों के बीच रावण के दस शीश उड़ाए गए। एसडीएम इंद्रकांत द्विवेदी, सीओ डॉ. राजीव कुमार ¨सह व इंस्पेक्ट संतोष कुमार ¨सह ने बुराई के प्रतीक रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया। यहां आयोजित मेले में बच्चों ने खिलौने खरीदे। इस दौरान सड़क पर काफी लोग रहे। पुतला दहन के चलते वाहनों का आवागमन रोका गया। कार्यक्रम संपन्न होने पर वाहनों को आवागमन सुचारू हो सका।
कार्यक्रम में सेठ गणेश शंकर पालीवाल, आत्मप्रकाश त्यागी, मा. तेजपाल शर्मा, रामकुमार भटनागर, दुष्यंत शर्मा, संजीव शर्मा, अनुज शर्मा, रजनीश मिश्रा, अनोज श्रीवास्तव व राजेंद्र विश्वकर्मा का सहयोग रहा। वकील मंसूरी, ललित अग्रवाल, राशिद कस्सार, अनुज सहरावत, नफीस अहमद, शिवकुमार भटनागर, ¨रकू गुप्ता आदि मौजूद रहे। सुरक्षा के मद्देनजर पीएसी व पुलिस मौजूद रही। सुबह लोगों ने घरों पर दहशरा का पूजन किया। कन्याओं ने बड़ों को नौरते रखे। कन्याओं को उपहार दिए गए।
रतनपुरी के सठेड़ी गांव में शिव मंदिर के पास हुई श्रीरामलीला में भगवान श्रीराम का रावण से युद्ध हुआ। युद्ध के बाद रावण के पुतले को गंगनहर के पास ले जाकर दहन किया गया। चंदसीना गांव में कुंवर हर्षवर्धन के महल के पास श्रीरामलीला में भगवान श्रीराम व रावण की सेना की बीच युद्ध में भगवान श्रीराम ने तीर चलाकर रावण का वध किया। इसके बाद रावण के पुतले का दहन किया गया।