दिन में उमस भरी गर्मी, रात में आंधी-बारिश
पुरवाई हवा चलने से दिन में उमस भरी गर्मी और रात में आंधी के साथ आई बारिश ने लोगों को हलकान कर दिया। आंधी में पेड़ टूटकर गिर गए। सड़क किनारे लगे होर्डिंस उखड़ गए।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पुरवाई हवा चलने से दिन में उमस भरी गर्मी और रात में आंधी के साथ आई बारिश ने लोगों को हलकान कर दिया। आंधी में पेड़ टूटकर गिर गए। सड़क किनारे लगे होर्डिंस उखड़ गए। विद्युत पोल व तार टूटने से बिजली आपूर्ति गुल हो गई। आंधी में फल टूटकर जमीन पर गिरने से आम व लीची के बागवान को भारी नुकसान पहुंचा।
वैसे तो मई भीषण गर्मी का महीना है। एक सप्ताह से तापमान आए दिन अपना रिकार्ड तोड़ रहा था। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच रहा था। 26 मई को पारा 42 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर गया था। भीषण गर्मी के चलते त्राहिमाम मचा हुआ था। मौसम विभाग ने भी हीट स्ट्रोक से बचने के लिए अलर्ट जारी कर घर में रहने की सलाह दी थी। गुरुवार को अचानक मौसम में बदलाव हुआ। सुबह से पुरवाई हवा चली जिससे उमस बढ़ गई। तापमान में गिरावट दर्ज होने के बाद भी शरीर पसीना-पसीना होने से चिपचिपाहट रही। रात्रि आठ बजे आंधी आई। आंधी में देहात क्षेत्र में विद्युत पोल व तार टूटने से विद्युत गुल हो गई। सड़क किनारे लगे होर्डिंग टूटकर गिर गए। आम व लीची के पेड़ों से टूटकर जमीन पर गिरने से इनके बागवान को भारी नुकसान की आशंका है। आंधी के साथ ही बादलों की गरज व आकाशीय बिजली की गड़गड़हाट के साथ बारिश शुरू हो गई थी। आंधी-बारिश से मौसम तो सुहावना हो गया लेकिन बागवान को इसका नुकसान पहुंचा। समाचार लिखे जाने तक बारिश बूंदाबांदी में तब्दील हो गई थी। पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप थी।
खतौली: गुरुवार की देर शाम मौसम ने करवट ली। तूफान के साथ बारिश हुई। तूफान से कई जगह पेड़ की टहनियां टूट गए और होर्डिंग्स की फ्लेक्स शीट फट गईं। आकाशीय बिजली की गड़गड़ाहट से लोग सहम गए। तूफान ने आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया। इसी के साथ कस्बा और देहात की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। हालांकि बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी। तूफान के साथ हुई बारिश ने पारे को गिरा दिया। बारिश ने पिछले कई दिनों से गर्मी में झुलस रहे लोगों को राहत दी। उधर तूफान के चलते नगर और क्षेत्र के सभी गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।