Move to Jagran APP

शहीदों की शहादत पर स्वजनों को गर्व

वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध में आपरेशन विजय के दौरान मातृ भूमि की रक्षा करते जिले के पांच वीर जवानों ने अदम्य साहस व शौर्य दिखाते हुए देश की खातिर अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 06:44 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 06:44 PM (IST)
शहीदों की शहादत पर स्वजनों को गर्व
शहीदों की शहादत पर स्वजनों को गर्व

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध में 'आपरेशन विजय' के दौरान मातृ भूमि की रक्षा करते जिले के पांच वीर जवानों ने अदम्य साहस व शौर्य दिखाते हुए देश की खातिर अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था। शहीदों के बच्चे भी देश सेवा का जज्बा रखते है और उन्हें अपने पिता की शहादत पर गर्व है। शहीद की पत्नी कहलाना सम्मान की बात : अनीता

loksabha election banner

गांव इटावा निवासी किसान ताल सिंह के बेटे शहीद नरेंद्र राठी की पत्नी अनीता कहती है कि उन्हें अपने पति की शहादत पर गर्व है और उनके लिए शहीद की पत्नी कहलाना सम्मान की बात है। शहीद के बड़े भाई जय कुमार बताते है कि वर्ष 1987 में मेरठ में हुई भर्ती में नरेंद्र सेना में भर्ती हुए थे जिसके बाद बागपत जिले के गांव बिजरौल निवासी अनीता देवी से उनकी शादी हुई थी। शहीद जवान का बेटा सुमित राठी बीटेक करने के बाद नोएडा प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर है और बेटी सुरचना मेरठ से बीएड कर रही है। मुझे गर्व है मैं एक शहीद की बेटी हूं : हिना गांव विज्ञाना निवासी शहीद रिजवान त्यागी की पत्नी शबनम बानो ने बताया कि उनके पति की शहादत के समय उनकी इकलौती बेटी हिना चार वर्ष की थी। अपने पिता की फोटो को देख कर बड़ी हुई हिना ने कहा कि उनके पिता ने मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहादत देकर जिले का नाम रोशन किया है और मुझे गर्व है कि मैं एक शहीद की बेटी हूं। शहीद रिजवान के भाई नजर त्यागी ने बताया कि उनके पिता हाजी अब्दुल खालिद और माता नूरजहां का करीब डेढ़ वर्ष पहले निधन हो गया है। हिना ने मेरठ कॉलेज, मेरठ से एमएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की है और वो चिकित्सा क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती है। बेटे को वर्दी में देखने का सपना : उमाकांता मोरना ब्लाक के गांव बेलड़ा निवासी शहीद अमरेश पाल कर पत्नी उमाकांता बताती है कि उन्हें भी अपने पति की शहादत पर गर्व है। बेटे निखिल कुमार व बेटी पूजा को शिक्षा दिलाने के लिए वे शहर के मोहल्ला गांधी नगर में आकर बस गए और दोनों बच्चे भी देश सेवा करने का जज्बा रखते है। निखिल कुमार चंडीगढ़ डीएवी कालेज से बीएससी कर चुका है और पूजा मुंबई नेशनल इंस्टीट्यूट फैशन टेक्नोलाजी से बैचलर डिजाइनिग कर रही है। यदि बेटे का सैन्य सेवा में चयनित हुआ तो उसका बेटे को वर्दी में देखने का ख्वाब पूरा हो जायेगा। देश सेवा करने की तमन्ना : विमलेश

खतौली ब्लाक के गांव फूलत निवासी शहीद सतीश कुमार की पत्नी विमलेश देवी ने बताया कि बेटी रुपाली शहीद मंगल पांडेय डिग्री कालेज कंकरखेड़ा मेरठ में बीएससी तृतीय वर्ष और झलक गुरु तेग बहादुर इंटर कालेज से कक्षा 12 उत्तीर्ण की है तथा अतुल कुमार सैंट फ्रांसीस कान्वेंट कंकरखेड़ा स्कूल में कक्षा 10 वीं में पढ़ रहा है। तीनों बच्चे शिक्षा पूरी करने के बाद देश की सेवा करने की तमन्ना रखते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.