पारस एन्क्लेव में वाल्मीकि समाज के लोगों का प्रदर्शन
एटूजेड रोड स्थित पारस एन्क्लेव में वाल्मीकि समाज के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि श्मशान की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। मांग की कि जमीन को कब्जामुक्त कराया जाए और चाहरदीवारी जैसे पहली थी वैसा ही कराया जाए।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। एटूजेड रोड स्थित पारस एन्क्लेव में वाल्मीकि समाज के लोगों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि श्मशान की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया है। मांग की कि जमीन को कब्जामुक्त कराया जाए और चाहरदीवारी जैसे पहली थी, वैसा ही कराया जाए। साथ ही श्मशान की जमीन पर जाने के लिए रास्ता दिया जाए।
महर्षि वाल्मीकि समाज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पारस एन्क्लेव पर प्रदर्शन किया। उन्होंने कालोनी के अंदर श्मशान की जमीन बताते हुए बैनर भी लगा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि वाल्मीकि समाज की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा कर खुर्दबुर्द किया गया है। उक्त जमीन पर जाने के लिए रास्ता होना चाहिए था। श्मशान की जमीन पर पहले चारदीवारी थी, जिसे ध्वस्त कर दिया गया है। पहले उक्त जमीन पर मुर्दो का अंतिम संस्कार किया जाता था। पूर्व में इस बारे में अधिकारियों को अवगत कराया गया था, लेकिन अनदेखा कर दिया गया। उन्होंने मांग की कि श्मशान की जमीन को खाली कराया जाए तथा जमीन पर जाने के लिए एटूजेड रोड से रास्ता दिया जाए। चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर यहीं पर धरना दिया जाएगा। इस दौरान धीरज वाल्मीकि, नाथीराम, रामदास वाल्मीकि, दीपक, विपिन, चमनलाल, धनीराम, मोनू आदि मौजूद रहे।
इन्होंने कहा
पारस एन्क्लेव के डायरेक्टर संजय जैन ने बताया कि कालोनी में 920 वर्ग मीटर श्मशान की जमीन है, जिस पर कोई निर्माण या कब्जा नहीं किया गया है। उक्त जमीन में जाने के लिए कोई मार्ग नहीं है। वाल्मीकि समाज के लोगों को दूसरी जगह जमीन देने को तैयार हैं।