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दो नवंबर से कार्य बहिष्कार करेंगे पैक्स कर्मचारी

संयुक्त सहकारी समिति कर्मचारी समन्वय समिति से संबद्ध पैक्स सचिव वेलफेयर सोसायटी ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 12:32 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 12:32 AM (IST)
दो नवंबर से कार्य बहिष्कार करेंगे पैक्स कर्मचारी

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। संयुक्त सहकारी समिति कर्मचारी समन्वय समिति से संबद्ध पैक्स सचिव वेलफेयर सोसायटी ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा।

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ज्ञापन में कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई तो एक नवंबर को प्रदेश के सभी पैक्स सचिव व कर्मचारी, आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता के लखनऊ स्थित कार्यालय पर सामूहिक धरना देंगे। दो नवंबर से प्रदेश के सभी पैक्स में समस्त कर्मचारी 15 नवंबर तक संपूर्ण कार्यों का बहिष्कार करेंगे। इससे पहले भी न्याय पंचायत स्तरीय प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों में नियोजित सचिव व कर्मचारियों ने आठ सितंबर को डीएम को ज्ञापन व 28 सितंबर को स्मरण पत्र प्रेषित किया था। एक माह बीत जाने के बाद भी मांगपत्र का कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ। ज्ञापन में अध्यक्ष विनय कुमार, उपाध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा, मंत्री विपिन कुमार पांडेय ने कहा कि सपा-बसपा सरकारों में उपेक्षित पैक्स के सचिव एवं कर्मचारियों को वर्षों से वेतन नहीं मिलने के कारण गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इससे कर्मचारियों में निराशा व असंतोष है।

मुजफ्फरनगर को एनसीआर से बाहर कराने की मांग हुई तेज

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। आंदोलन जनकल्याण समिति के सदस्यों की बैठक सिकरेड़ा गांव में हुई। बैठक में 30 अक्टूबर को केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान के मुजफ्फरनगर स्थित आवास पर होने वाले धरने को सफल बनाने पर विचार किया गया।

आंदोलन जनकल्याण समिति के तत्वावधान में ईट-भट्ठा स्वामियों व किसानों की बैठक सिकरेड़ा गांव में दिनेश चौधरी के आवास पर हुई। बैठक को संबोधित करते हुए आंदोलन जनकल्याण समिति के संयोजक प्रमोद कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नाम पर अनावश्यक कानूनों की मार से जनता त्रस्त है। सरकार ने मुजफ्फरनगर को एनसीआर में शामिल कर जनता का गला घोंट दिया है। एक ओर सरकार कारोबार को बढ़ावा देने की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ लोगों के कारोबार को खत्म किया जा रहा है। दिनेश चौधरी ने कहा कि सरकार ने मुजफ्फरनगर को एनसीआर में शामिल करके किसानों का दम निकाल दिया है। किसान का ट्रैक्टर एक साल में 100 घंटे भी सही तरह से नही चल पाता, लेकिन सरकार ने डीजल वाहनों की अवधि मात्र 10 साल की है। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पडे़गा। इस मौके पर राजपाल सिंह, दिनेश कुमार, पूर्व चेयरमैन नवीन सैनी, वेद प्रकाश आर्य, कमल प्रकाश आर्य, जयपाल, प्रेम प्रकाश, योगेश धीमान, सुशील कुमार, धीरसिंह, समरपाल सिंह, अशोक कुमार, बिट्टू, सुखेंद्र तोमर, प्रशांत राठी, संजीव व डा. जयप्रकाश धीमान आदि मौजूद रहे।


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