ओवरलोडेड गन्ना..कहीं गंभीर हादसा ना हो जाए!
ओवरलोड गन्ना लदे ट्रैक्टर ट्रॉलियों और ट्रकों से दुर्घटना का खतरा खड़ा हो गया है। ओवरलोड वाहनों से दो दुर्घटनाओं में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इन वाहनों के खिलाफ प
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। ओवरलोड गन्ना लदे ट्रैक्टर ट्रॉलियों और ट्रकों से हादसों का खतरा खड़ा हो गया है। ओवरलोड वाहनों से दो दुर्घटनाओं में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। इन वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
खतौली के शुगर मिल में गन्ना तौल केन्द्रों से ट्रैक्टर ट्रॉलियों और ट्रकों में गन्ना लादकर भेजा जाता है। गन्ने की ढुलाई में सैकडों ट्रैक्टर ट्रॉलियां और ट्रक लगे हैं। इन वाहनों में क्षमता से कई गुना अधिक गन्ने की ढुलाई की जाती है। इन वाहनों से गन्ने बाहर लटके रहते हैं। इनकी चपेट में आकर लोग घायल हो जाते हैं। गत 25 नवंबर को जानसठ रोड पर जनता इंटर कालेज के पास ओवरलोड गन्ने से लदे एक ट्रक की चपेट में आकर कार सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिनका मेरठ के एक प्राइवेट अस्पताल में उपचार कराया गया। 11 दिसंबर की रात खतौली बुढ़ाना मार्ग पर गांव कल्याणपुर में ओवरलोड गन्ने से लदे ट्रैक्टर ट्रॉली की चपेट में आकर एक युवक घायल हुआ। उसे सरकारी अस्पताल में उपचार कराया गया। वहां से उसे रेफर कर दिया गया।गत माह शुगर मिल में एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट व सीओ आशीष प्रताप सिंह ने गन्ने की ढुलाई कराने वाले ट्रांसपोर्टर और चालकों की बैठक ली थी। उनसे निर्धारित क्षमता में ही गन्ना लादने की हिदायत दी गई थी। ओवरलोड गन्ना लादने पर कार्वाई की चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया। अब पुन: गन्ने की ओवरलोडिग की जा रही है। ऐसे में बड़े हादसे का खतरा खड़ा हो गया है। परिवहन विभाग इन वाहनों की धरपकड़ की कार्रवाई नहीं कर रहा।
एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट ने कहा कि एआरटीओ के साथ मिलकर ओवरलोड वाहनों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। ओवरलोडिग करने वाले वाहनों को सीज कर दिया जाएगा।