मेला भारतीय संस्कृति के प्रतीक: ओमानंद
जाहरवीर म्हाड़ी पर हजारों ने चढ़ाए छड़ी निशान। स्वामी ओमांनद जी महाराज ने किया उद्घाटन।
मोरना (मुजफ्फरनगर) : शिव गोरख शक्ति जाहरवीर गोगा की म्हाड़ी पर आयोजित तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन करते हुए शुकदेव पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी ओमांनद जी महाराज ने कहा कि मेले भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के प्रतीक हैं। मेलों के आयोजनों से भाईचारा, प्रेम और सद्भाव बढ़ता है।
इससे पूर्व स्वामी ओमानंद महाराज ने मेले का उद्घाटन मुख्य द्वार पर फीता काटने के बाद जाहरवीर की म्हाड़ी पर छड़ी निशान प्रसाद चढ़ाकर किया। तत्पश्चात दूरदराज क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने म्हाड़ी पर छड़ी निशान चढ़ाकर पूजा-अर्चना की। नई विवाहित जोड़ों ने बैंडबाजों के साथ पूजा-अर्चना कर छड़ी निशान चढ़ाए। मेले में लगे झूलों पर बच्चों के झूलने की भीड़ लगी रही। महिला श्रृंगार की दुकानों पर महिलाओं ने जमकर की खरीदारी। क्षेत्र के गांव छछरौली, वजीराबाद, सिकंदरपुर, शुक्रताल, फिरोजपुर, चौरावाला, भोपा, मलपुरा, अलीपुरा, तिस्सा आदि कई दर्जन गांवों से ग्रामीण टै्रक्टर-ट्रॉली व बुग्गी में सवार होकर मेले में पहुंचे। ग्राम सुधार समिति के अध्यक्ष मा. ऋषिपाल ¨सह, जिला कुश्ती संघ के सचिव अमित राठी, सपा पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला सचिव बबलू यादव,
रालोद के जिला उपाध्यक्ष मनोज राठी, प्रधान शहजाद अंसारी, पूर्व सभापति राजीव कुमार, ठेकदार सतबीर, सुंदरलाल, राकेश काला, सतबीर आदि मौजूद रहे।