अब मशीन घंटेभर में बता देगी टीबी के लक्षण
अभी तक ट्यूबर क्लोसिस (टीबी) के लक्षण जांचने के लिए एक से तीन दिन का समय लगता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। खतौली में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की क्षय रोग यूनिट में ट्रू नेट मशीन स्थापित की गई है। यह मशीन घंटेभर में जांच कर टीबी के लक्षणों को बता देगी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। अभी तक ट्यूबर क्लोसिस (टीबी) के लक्षण जांचने के लिए एक से तीन दिन का समय लगता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। खतौली में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की क्षय रोग यूनिट में ट्रू नेट मशीन स्थापित की गई है। यह मशीन घंटेभर में जांच कर टीबी के लक्षणों को बता देगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अभी तक टीबी के संदिग्ध रोगियों का सैंपल लेकर मेरठ, मुजफ्फरनगर और आगरा तक भेजा जा रहा था। इस प्रक्रिया में दो से तीन दिन का समय लगता है। समय की बचत और रोगियों को तत्काल उपचार देने के उद्देश्य से क्षय रोग यूनिट में ट्रू नेट मशीन लगाई गई है। इससे संदिग्ध रोगियों के सैंपल की जांच दो घंटे के भीतर पता लग सकेगी। स्वास्थ्य केंद्र के गालिबपुर, बडसू, मुजफ्फरनगर मेडिकल कालेज और क्षय रोग यूनिट से टीबी के संदिग्ध रोगियों के सैंपल एकत्र किए जाते हैं। अब इनकी जांच स्वास्थ्य केंद्र पर ही प्रारंभ की जाएगी। यूनिट में 150 से अधिक सक्रिय मरीज
नगर और देहात में क्षय रोग यूनिट से जुड़े करीब 150 से अधिक सक्रिय मरीज है। इनमें कई बच्चे भी शामिल है, जिन्हें अन्य स्वजन की चपेट में आने से यह बीमारी लगी है। इनका उपचार किया जा रहा है। क्षय रोगियों को स्वास्थ्य विभाग से मुफ्त उपचार के साथ 500 रुपये प्रतिमाह अनुदान राशि दी जा रही है।
लंबे समय तक सुरक्षित है डाटा
ट्रूनेट मशीन में रोगियों का डाटा लंबे समय तक सुरक्षित है। इसके साथ रोगी की जनरेट आइडी के आधार पर उसे पूरे प्रदेश में कहीं भी देखा जा सकता है। यूनिट में इस मशीन से जांच का कार्य जल्द शुरू होगा। इनका कहना है..
सीएचसी पर ट्रूनेट मशीन लगाई गई है। इससे टीबी के संदिग्ध मरीजों में लक्षणों की जांच आसानी से हो सकेगी, जिनकी रिपोर्ट दो घंटे के भीतर मिलेगी।
-डा. लोकेश गुप्ता, जिला क्षय रोग अधिकारी