मुजफ्फरनगर पुलिस ने नशीली गोलियों के जखीरे के साथ तीन दबोचे, कुंभकर्णी नींद में सोया ड्रग विभाग
मुजफ्फरनगर पुलिस ने खरड़ गांव में फौजी मेडिकल स्टोर के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर आरोपितों के पास नशे की बड़ी संख्या में गोलियां कैप्सूल इंजेक्शन और बाइक मिली। आरोपित डाक्टर के पर्चे के बिना लोगों को नशीली गोलियां बेचते थे।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। फुगाना पुलिस ने भारी मात्रा में नशीली गोलियां और इंजेक्शन के साथ तीन को दबोचा है। आरोपित अपने मेडिकल स्टोर से नशीली दवाइयां बेच रहे थे। बरामद नशीली दवाइयों की कीमत तीन लाख रुपये बताई गई है।
मेडिकल स्टोर के पास से पकड़े गए आरोपित
पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार देर शाम फुगाना पुलिस ने खरड़ गांव में फौजी मेडिकल स्टोर के पास से तीन लोगों को दबोच लिया। तलाशी लेने पर आरोपितों से नशे की 44640 गोलियां, 8276 कैप्सूल और 316 इंजेक्शन और एक बाइक मिली। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम उवैश निवासी पिठलोकर गांव थाना सरधना जिला मेरठ हाल निवासी भारत मेडिकल एजेन्सी बुढाना, मोहन निवासी गली नंबर सात रामलीला टिल्ला शहर कोतवाली और अर्पित मलिक निवासी गांव खरड़ थाना फुगाना बताए। एसपी देहात ने बताया कि उवैश और अर्पित का मेडिकल स्टोर है। दोनों चिकित्सक के बिना पर्चे के ही लोगों को नशीली गोलियां मोटे मुनाफे में बेचते थे। मोहन हरियाणा और अन्य जिलों से नशीली दवाई लाकर सप्लाई करता था।
ड्रग विभाग बेखबर
एक ओर जहां पुलिस ने जीरो ड्रग्स अभियान के तहत तस्करों के खिलाफ अभियान चला रखा है। वहीं दूसरी ओर जनपद का ड्रग विभाग गहरी नींद में सोया है। बुढ़ाना और खरड गांव में मेडिकल स्टोर पर इतने बड़े पैमाने पर नशीली गोलियों का कारोबार चल रहा था, लेकिन ड्रग विभाग बेखबर है। मंडी जिला परिषद मार्केट से भी नशीली दवाइयों की सप्लाई होती रहती है। जिला परिषद मार्केट में आए दिन पंजाब और हरियाणा पुलिस दबिश देती रहती है।
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मोबाइल टावर से लाखों का सामान चोरी
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। बुढ़ाना निवासी मुर्सलीन जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में टेक्निशियन है। मुर्सलीन ने यूपी पुलिस के पोर्टल पर ई-एफआइआर दर्ज कराते हुए बताया कि इंदिरा कालोनी में कंपनी का टावर है। वह बीती 31 मई को टावर पर निरीक्षण के लिए पहुंचा तो जनरेटर, एसी समेत करीब 13 लाख रुपये का सामान मौके पर नहीं मिला। उसने कंपनी के अधिकारियों को इस संबंध में अवगत भी कराया था। पोर्टल पर एफआइआर दर्ज होने के बाद उसे विवेचना के लिए शहर कोतवाली भेज दिया गया। उधर, शहर कोतवाल आनंददेव मिश्रा ने बताया कि घटना कई माह पुरानी है और घटनास्थल सिविल लाइन क्षेत्र का है।