जोगल प्लेट निकलने पर भड़के विधायक
रेलवे स्टेशन पर स्लीपरों के नीचे पत्थरों की पैकिग के कार्य के चलते जोगल प्लेट निकली देख विधायक विक्रम सैनी भड़क गए। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक से गुस्से का इजहार किया। उन्होंने कहा कि उक्त ट्रैक से उत्कल एक्सप्रेस को तेज से गति से पास किया गया। विधायक की एसएस से नोकझोंक हुई। एसएस ने बताया कि यहां वेल्डिड ट्रैक बिछी है।
मुजफ्फरनगर,जेएनएन । रेलवे स्टेशन पर स्लीपरों के नीचे पत्थरों की पैकिग के कार्य के चलते जोगल प्लेट निकली देख विधायक विक्रम सैनी भड़क गए। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक से गुस्से का इजहार किया। उन्होंने कहा कि उक्त ट्रैक से उत्कल एक्सप्रेस को तेज से गति से पास किया गया। विधायक की एसएस से नोकझोंक हुई। एसएस ने बताया कि यहां वेल्डिड ट्रैक बिछी है। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए जोगल प्लेट लगाई जाती है। डाउन लाइन पर पत्थरों की पैकिग का कार्य चल रहा है। इस कार्य के लिए जोगल प्लेट निकाली गई होगी। यहां से ट्रेनों को मात्र 40 किलोमीटर की गति पर पास किया जा रहा है। ऐसे में कोई खतरा नहीं है। इसके बाद विधायक वहां से लौट गए।
पिछले कई दिनों से रेलवे स्टेशन व आसपास डाउन लाइन पर मिट्टी व बारीक पत्थरों को रेलवे ट्रैक स्लीपरों के नीचे से हटाकर मोटे पत्थर बिछाने का कार्य अत्याधुनिक मशीनों द्वारा किया जा रहा है। इस कार्य के चलते ट्रेनों का संचालन मात्र 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर किया जा रहा है। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे स्लीपरों के नीचे पत्थरों की पैकिग का कार्य चल रहा था। इसी बीच लखनऊ से नौचंदी एक्सप्रेस में खतौली लौटे विधायक विक्रम सैनी यहां स्टेशन पर उतरे। उन्हें स्टेशन पर बैठे कुछ यात्रियों ने बताया कि डाउन लाइन पर जहां रेलवे लाइन का जोड़ वेल्ड हो रहा है, वहां की प्लेट निकली पड़ी है और ऐसे में हरिद्वार से पुरी जाने वाली उत्कल एक्सप्रेस को पास कर दिया गया। उन्होंने ट्रेन हादसे का खतरा बताया। विधायक स्टेशन अधीक्षक शिव कुमार शर्मा पर भड़क गए। उन्हें कहा कि यहां ढाई वर्ष पूर्व उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है, पर रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन की प्लेट निकली पड़ी है और कुछ पिड्रोल क्लिप निकले हैं और वहां से उत्कल एक्सप्रेस को पास कर दिया गया। एसएस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया। विधायक की एसएस ने नोकझोंक हुई। एसएस ने बताया कि यहां रेलवे लाइन के ज्वाइंट एटी वेल्डेड हैं। प्लेट अतिरिक्त सुरक्षा के लिए लगाई गई। डाउन लाइन पर पत्थरों की पैकिग के कार्य के चलते ट्रेनों को मात्र 40 की स्पीड पर पास किया जा रहा है। ऐसे में दुर्घटना का कोई खतरा नहीं है। इसके बाद विधायक वहां से लौट गए। रेलवे कर्मियों ने वहां रेड फ्लैग लगाया। एसएस शिव कुमार शर्मा का कहना है कि विधायक विक्रम सैनी को पता नहीं था कि यहां कार्य चल रहा है व ट्रेनें धीमी गति से पास की जा रही हैं। उन्हें समझाया गया, तो वह शांत होकर लौट गए।